मंगलवार, 29 नवंबर 2022

26 साल बाद पेसा एक्ट लागू करने की तैयारी में है सरकार

 89 ब्लॉक में पेसा एक्ट लागू करने की तैयारी

पेसा एक्ट की 

जागरूकता के लिए

ग्राम स्तरीय  दिया प्रशिक्षण

जल, जंगल, जमीन पर जनजातीय अधिकारों एवं ग्राम सभाओं के अधिकारों से लोगों को किया जाएगा जागरूक

शहडोल पहली बार 5 दिसंबर 2021 को टंट्या भील महोत्सव इंदौर में और बाद में शहडोल के लालपुर गांव में बिरसा मुंडा के जन्मदिवस जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपत मुर्मू के समक्ष- प्रदेश में 15 नवम्बर 2022 से पेसा एक्ट 20 जिलों के 89 जनजातीय बाहूल्य ब्लाकों में लागू किया गया है। वर्ष 1996 में बने इस पंचायत विस्तार अधिनियम के कानून का पालन देर से ही सही 26 वर्ष बाद अब लागू करने की मंशा शासन की दिखाई दे रही है।


 जिसके तहत शहडोल जिले के 4 ब्लाकों जयसिंहनगर, गोहपारू,बुढार एवं सोहागपुर में जल, जंगल एवं जमीन पर जनजातीय अधिकारो एवं ग्राम सभाओं के अधिकारों से लोगों को जागरूक करने नामांकित ब्लाकों के ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षकों द्वारा कलेक्टर श्रीमती वंदनावैद्द के  निर्देश तथा मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के  जिला समन्वयक  विवेक पाण्डेय के नेतृत्व में लोगों को पेसा एक्ट से जागरूक करने ग्राम स्तरीय कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सोहागुपर, गोहपारू, जयसिंहनगर तथा बुढार के ग्राम स्तरीय कार्यकर्ताओं को लोगों को जागरूक करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता जिसमें जन अभियान परिषद, नवांकुर संस्था एवं सामाजिक कार्य में प्रस्फुटन समिति, स्नातक विद्यार्थी तथा जनपद पंचायत के कार्यकर्ता शामिल है। जो अपने क्षेत्रांतर्गत नामांकित ग्रामों में जाकर लोगो को पेसा एक्ट के संबंध में जागरूक करेंगे और ग्राम सभा के अधिकारों से लोगों को परिचित कराएगें।


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