संक्रमण मुक्त रीवा मेडिकल कॉलेज में लाया गया कोरोना का मरीज।
खबर से रीवा नगर नागरिक दहशत में
सतना के बाद रीवा मेडिकल कॉलेज में एंट्री हुई कोरोना की
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यह जानक समूचे रीवा जिले के सभी प्रबुद्ध एवं नागरिक अत्यंत चिंतित है कि आज सुबह कोरॉना संक्रमित दो मरीजो को सतना से संजय गांधी अस्पताल रीवा पहुंचाए गए । रीवा ही नहीं संपूर्ण विन्ध्य मे करोना का कोई मामला नहीं पाया गया था लेकिन कोरोना जैसे संक्रामक रोगी को सतना से रीवा लाया गया जबकि जबलपुर मेडिकल कॉलेज अब तक इसके लिए चिन्हित सर्वाधिक उपयुक्त स्थान रहा। यह आश्चर्यजनक है कि जो क्षेत्र संक्रमण से सुरक्षित रहा उसे प्रशासन के स्तर पर संक्रमित करने का काम किया गया प्रशासकीय स्तर पर लोग चाहते तो जबलपुर केंद्र को ही समुचित उपचार का केंद्र बनाकर रख सकते थे बजाएं अब तक अछूते क्षेत्र में इसे पहुंचाने के यह घटना विंध्य प्रदेश के लिए संक्रमण का द्वार न खोल दे । अथवा सतना में रखकर क्वारांटाइन करना था। लेकिन एक नई सुरक्षित रीवा मेडिकल कॉलेज में कारोना विषाणु संक्रमण की संभावनाओं को नष्ट किया जा सकता था किंतु आश्चर्यजनक तरीके से स्थानांतरित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने कहा था कि दूसरों की जान से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी परन्तु प्रतीत होता है यह बहुत बड़ी चूक प्रशासनिक निर्णय में होने के कारण रीवा जिले की जनता के साथ बहुत निंदनीय कृत्य किया है।
रीवा जिले के जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन से मांग है कि तत्काल मेडिकल कॉलेज परिसर में संचालित पंजाब नेशनल बैंक जंहा पर भीड़ स्टाफ नर्सेज एवं सामान्य जनों का रहता है रीवा मेडिकल कॉलेज के पास भीड़भाड़ वाले बैंक पोस्ट ऑफिस आदि तत्काल 15 दिवस के लिए बंद किया जाना उचित होगा क्योंकि पास में ही स्थित पंजाब नेशनल बैंक आदि संस्थानों की शाखा के लिए यह एवं वैकल्पिक कार्यों हेतु शाखा से कार्य किया जाय।ऐसा करने से सोशल दूरी एवं हॉटस्पॉट बनाने को रोका जा सकता है। यह परिसर बीमारी के संक्रमण वाहक का कार्य कर सकता है जिसके गंभीर दुष्परिणाम हो सकते है। बेहतर होता उसकी रीवा के ही अन्य वैकल्पिक शाखाओं में
कार को खोला जाए क्षेत्र में आवश्यक सेवा हेतु अनुमति देकर ही प्रवेश दिया जाय।
खबर से रीवा नगर नागरिक दहशत में
सतना के बाद रीवा मेडिकल कॉलेज में एंट्री हुई कोरोना की
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यह जानक समूचे रीवा जिले के सभी प्रबुद्ध एवं नागरिक अत्यंत चिंतित है कि आज सुबह कोरॉना संक्रमित दो मरीजो को सतना से संजय गांधी अस्पताल रीवा पहुंचाए गए । रीवा ही नहीं संपूर्ण विन्ध्य मे करोना का कोई मामला नहीं पाया गया था लेकिन कोरोना जैसे संक्रामक रोगी को सतना से रीवा लाया गया जबकि जबलपुर मेडिकल कॉलेज अब तक इसके लिए चिन्हित सर्वाधिक उपयुक्त स्थान रहा। यह आश्चर्यजनक है कि जो क्षेत्र संक्रमण से सुरक्षित रहा उसे प्रशासन के स्तर पर संक्रमित करने का काम किया गया प्रशासकीय स्तर पर लोग चाहते तो जबलपुर केंद्र को ही समुचित उपचार का केंद्र बनाकर रख सकते थे बजाएं अब तक अछूते क्षेत्र में इसे पहुंचाने के यह घटना विंध्य प्रदेश के लिए संक्रमण का द्वार न खोल दे । अथवा सतना में रखकर क्वारांटाइन करना था। लेकिन एक नई सुरक्षित रीवा मेडिकल कॉलेज में कारोना विषाणु संक्रमण की संभावनाओं को नष्ट किया जा सकता था किंतु आश्चर्यजनक तरीके से स्थानांतरित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने कहा था कि दूसरों की जान से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी परन्तु प्रतीत होता है यह बहुत बड़ी चूक प्रशासनिक निर्णय में होने के कारण रीवा जिले की जनता के साथ बहुत निंदनीय कृत्य किया है।
रीवा जिले के जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन से मांग है कि तत्काल मेडिकल कॉलेज परिसर में संचालित पंजाब नेशनल बैंक जंहा पर भीड़ स्टाफ नर्सेज एवं सामान्य जनों का रहता है रीवा मेडिकल कॉलेज के पास भीड़भाड़ वाले बैंक पोस्ट ऑफिस आदि तत्काल 15 दिवस के लिए बंद किया जाना उचित होगा क्योंकि पास में ही स्थित पंजाब नेशनल बैंक आदि संस्थानों की शाखा के लिए यह एवं वैकल्पिक कार्यों हेतु शाखा से कार्य किया जाय।ऐसा करने से सोशल दूरी एवं हॉटस्पॉट बनाने को रोका जा सकता है। यह परिसर बीमारी के संक्रमण वाहक का कार्य कर सकता है जिसके गंभीर दुष्परिणाम हो सकते है। बेहतर होता उसकी रीवा के ही अन्य वैकल्पिक शाखाओं में
कार को खोला जाए क्षेत्र में आवश्यक सेवा हेतु अनुमति देकर ही प्रवेश दिया जाय।
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