गुरुवार, 13 दिसंबर 2018

जाति न पूछो साधु...


 जाति न पूछो साधु...
कमल मुरझाया, मुख्यमंत्री बने कमलनाथ

                                           


                                                     ( त्रिलोकीनाथ )

यह कहा जा सकता है की जाति न पूछो साधु की इस रूप में मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री कमलनाथ होने वाले कभी भी जाति के रूप में उस दौर से भी प्रचारित नहीं हुए जिस दौर में जातियां भारत की शासन प्रणाली पर उछल उछल कर अपना नाम बता रही थी क्योंकि जातिगत समीकरण से ही लोकतंत्र शासन प्रणाली को तय कर पा रहा था कांग्रेस के लिए यह सुखद है की कमलनाथ बजाज जाति के बजाए जाति के थे अपने कार्य से पहचाने गए इससे भी ज्यादा यह महत्वपूर्ण है कि कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही इंदिरा गांधी का युग पुणे पुणे प्रारंभ हो जाएगा बार-बार इंदिरा गांधी यह उनका परिवार इसलिए याद किया जाएगा क्योंकि मध्य प्रदेश में इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे के रूप में कोई मुख्यमंत्री पद संभाल रहा है इस प्रकार मध्य प्रदेश की नजदीकी गांधी परिवार से पारिवारिक हो जाएगी लोकतंत्र में इस नए रिश्ते और नाते की बड़ी अहमियत है फिर भी
तो 15 साल कमल का शासन खत्म हुआ और कमलनाथ मुख्यमंत्री बन जाएंगे. इस कद्दावर नेता का जन्म 18 नवम्बर 1946 (आयु 72) को कानपुर में हुआ था ! उनके पिता का नाम श्री महेंद्र नाथ है और उनके माता श्री का नाम श्रीमती लीला नाथ है !
नाथ सरनेम से यह पता नहीं चल रहा है कि वह किस जाति से हैं ! कुछ वेबसाइट वाले इस की जाति के बारे में खत्री पंजाबी लिखते हैं लेकिन इसका आधिकारिक तौर पर कभी भी अनाउंस नहीं हुआ है !
योगीआदित्यनाथ के लिए पीएचडी के विषय हो सकते हैं कमलनाथ !!
कि आखिर उनकी क्या  जाति क्या है...? 
                                                      

 श्रीमती इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे के रूप में चर्चित कमलनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए पीएचडी के विषय हो सकते हैं, कि आखिर उनकी क्या  जाति क्या है...?
 भगवान राम भक्त बजरंगबली महाराज जी की जाति दलित बताने वाले योगी के लिए यह चैलेंज का विषय इसलिए भी है क्योंकि कमलनाथ इंदिरा गांधी परिवार में उसी प्रकार से भक्ति भाव कि जैसे कि भगवान राम के दरबार में हनुमान जी का स्थान था. तो जानिए की कमलनाथ की जाति क्या है..

 छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ को राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष बनाया है। कांग्रेस की तरफ से सीएम है। मध्यप्रदेश से कमलनाथ का रिश्ता 1980 में जुड़ा जब इंदिरा गांधी ने छिंदवाड़ा सीट से उन्हे लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए भेजा। बताया जाता है कि कमलनाथ, संजय गांधी के दोस्त थे। इसी के चलते वो गांधी परिवार के संपर्क में आए और उन्हे छिंदवाड़ा में प्रत्याशी बनाकर भेजा गया लेकिन मध्यप्रदेश की जनता कुछ नए सवालों के जवाब तलाश रही है। कमलनाथ की जाति क्या है। उनके पिता क्या करते थे। उनके भाई बंधु कहां हैं और क्या कर रहे हैं। 


इंटरनेट पर कमलनाथ के बारे में जितनी भी जानकारियां उपलब्ध हैं उनमें 1980 के बाद की तमाम जानकारियां दी गईं हैं परंतु कमलनाथ के जन्म दिनांक 18 नवम्बर 1946 से लेकर 1980 तक कमलनाथ ने क्या किया। इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। एक जानकारी में यह बताया गया है कि कमलनाथ की जाति (CASTE) खत्री पंजाबी है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार उनके पिता कानपुर में रहते थे लेकिन वो क्या करते थे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। 

बीते रोज भोपाल में हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने जब कमलनाथ से सवाल पूछा तो वो इसे टालते हुए बोले कि उनकी जाति हिन्दुस्तानी है और वो समाजसेवा के लिए राजनीति मेें आए हैं। बता दें कि कमलनाथ की पत्नी एवं बेटे 23 दिग्गज कंपनियों के मालिक हैं। एक अन्य मामले में उनके भांजे का भी जिक्र आया है। नाम रातुल पुरी बताया गया है। आरोप है कि कमलनाथ के कारण रातुल पुरी को मध्यप्रदेश सरकार से एक ऐसा अनुबंध मिला जिसमें उन्हे करोड़ों का फायदा हो रहा है। जनता जानना चाहती है कि कमलनाथ के सगे संबंधी क्या करते हैं और क्या वो कमलनाथ के ओहदे का फायदा उठाकर कमाई करते हैं। कितना बेहतर हो कि कमलनाथ खुद अपने बारे में सारी जानकारियां और कारोबारी रिश्तेदारों के विवरण सार्वजनिक कर दें नहीं तो चुनाव आते आते तक कई अफवाहें उड़ती दिखाई देंगी। 


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