शहडोल में नवाचारों की श्रृंखला में चिकित्सा और सेवा जगत में एक नए नवाचार पॉलीक्लिनिक लाइफ केयर पॉलीक्लिनिक एवं डायग्नोस्टिक कि आज शुरुआत होने वाली है जहां पर सुबह 10:00 बजे से लेकर के 1:00 बजे तक मेडिकल कैंप अभी होगा इसकी चर्चा में इसलिए करना चाहता हूं कि जहां चिकित्सा का धंधा भारी मुनाफे का धंधा है, लाखों करोड़ों का धंधा है... इसके बीच में सबसे सस्ती, सहज ,उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा की सलाह यदि किसी के मन में आया है तो उसके लिए कमलजीत निश्चित तौर पर धन्यवाद के पात्र हैं|
----------------------------------------------------------त्रिलोकीनाथ--------------------------------------------
इसलिए भी क्योंकि सिर्फ चिकित्सा की सलाह पाने के लिए यदि मरीज परिवार को लाखों रुपए फालतू के खर्चे करने होते हैं तो बेहतर होगा कि वह सस्ती व सहज चिकित्सा सलाह के जरिए अपने रास्ते को निकाल सकता है कि उसे वास्तव में क्या करना चाहिए....? क्योंकि जगह-जगह यह बात आम हो चुकी है चिकित्सक जो ₹25 महंगी चिकित्सा से शुरुआत किए थे अब वह 500 ₹1000 चिकित्सा सलाह की वसूलने के लिए भी झिझक नहीं करते...
दरअसल जब मन में सेवा भाव या मिशन का भाव अथवा अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण सिद्धांत प्रथम सेवा द्वितीय लाभ का भाव खत्म हो जाता है |व्यवस्था की शोषणकारी एक शुरुआत होती है उसमें आम आदमी /गरीब आदमी अपना घर द्वार भी बेचकर स्वास्थ्य के लिए प्रयास करता रहता| जहां चिकित्सक भगवान के रूप में होता है उसका चेहरा शैतान जैसा दिखने लगता है|
इस दूरी को खत्म करने के लिएलाइफ केयर पॉलीक्लिनिक की शुरुआत 1 मील का पत्थर शहडोल आदिवासी अंचल में साबित हो सकता है.. और उसके प्रयास में कमलजीत की सोच एक ही स्थान पर सभी चिकित्सकों को उपलब्ध कराने का और भविष्य में E-क्लीनिक जैसी महत्वपूर्ण व अत्यावश्यक सेवाओं का विस्तार करने की जो सोच है उससे पूरे भारत की दूरियां आम मरीज परिवार के लिए शायद खत्म हो जाए... सिर्फ जब यह सुनिश्चित हो जाए कि बीमारी क्या है, और कहां जाना है तब वह व्यक्ति अत्यावश्यक होने पर उस स्थान के लिए रवाना होगा...
इससे उसका समय और पैसा दोनों ही बचेगा.. इसलिए इस नवाचार का शहडोल जैसे आदिवासी अंचल में निश्चित तौर पर स्वागत होना चाहिए.
होना तो यह चाहिए कि दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिक जैसी सुविधा पूर्ण इकाइयां शहडोल में अलग-अलग मोहल्लों में विकसित हो,.. क्योंकि मेडिकल कॉलेज हो गया है तो डॉक्टर भी भरमार हो गए हैं इसलिए और मोहल्ला क्लीनिक में सेवाओं का विस्तार होना चाहिए. निश्चित तौर पर इसका विरोध भी होगा, जैसे राजस्थान में स्वास्थ्य की गारंटी पर गहलोत सरकार को आम आदमी की लोक हितकारी निधि का विरोध चिकित्सकों से ही सहना पड़ रहा है .क्योंकि करोड़ों अरबों रुपए लेकर मेडिकल सेंटर खोलने वाले लोग अब स्वास्थ्य की गारंटी जैसी योजनाओं से प्रभावित हो सकते हैं. उनका हित भी सोचा जाना चाहिए.
लेकिन अभी दिल्ली बहुत दूर है इस हालात में कमलजीत सिंह की सोच शहडोल में रेलवे स्टेशन रोड पर पॉलीक्लिनिक की शुरूआत क्लीनिक तक जब विस्तार करेगी निश्चित तौर पर आम आदमियों को शहर वासियों को बहुत राहत होगी और कमलजीत की इच्छा भी यही है कि यदि मैं कुछ कर पाया तो अपना जीवन धन्य समझूंगा ..हमारी भी शुभकामनाएं हैं उन्हें कि वे एक मार्गदर्शी मील का पत्थर साबित हो..
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