राष्ट्रीय स्तर की
बनाने के महत्वपूर्ण निर्णय
3 मल्टी स्टेट को. बीज सोसाइटी, ऑर्गेनिक सोसाइटी और एक्सपोर्ट सोसाइटी, निर्णय सहकारिता क्षेत्र को नई शक्ति देगा मल्टी स्टेट कोआपरेटिव बीज सोसाइटी किसानों को गुणवत्ता वाले बीजों के उत्पादन, खरीद, ब्रांडिंग, पैकेजिंग व उन्हें बेचने में मदद करेगी व नये रिसर्च एंड डेवलपमेंट में भी सहायता करेगी लगभग 8.45 लाख समितियों से जुड़ उनके उत्पादों को विश्वभर में बेचने, सफल व्यावसायिक उद्योग बनाने में मदद करेगी11 JAN 2023 PIB Delhiकेंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कैबिनेट द्वारा राष्ट्रीय स्तर की तीन मल्टी स्टेट कोआपरेटिव सोसाइटी बनाने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार जताया है। अपने ट्वीट्स में अमित शाह ने कहा कि सहकारिता एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जो करोड़ों लोगों को छूता है और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है। मगर इतने वर्षों तक इसकी अनदेखी हुई पर पहली बार मोदी सरकार ने इसे सशक्त करने की शुरुआत की। इस क्षेत्र के हित में आज कैबिनेट ने तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने राष्ट्रीयस्तर की तीन मल्टी स्टेट कोआपरेटिव सोसाइटी बनाने का निर्णय लिया है:1.मल्टी स्टेट को. बीज सोसाइटी 2. मल्टी स्टेट को. ऑर्गेनिक सोसाइटी 3. मल्टी स्टेट को. एक्सपोर्ट सोसाइटी
इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार
अमित शाह ने कहा कि ऑर्गेनिक उत्पादों की राष्ट्रीय सोसाइटी दुनिया में बढ़ रही ऑर्गेनिक उत्पादों की माँग को पूरा करने में भारतीय किसानों को असीमित अवसर प्रदान करेगी। साथ ही उत्पादों के परीक्षण व सर्टिफिकेशन देने व उन्हें स्टोर करने, ब्रांडिंग व बेचने के लिए एक अंब्रेला संस्था के रूप में कार्य करेगी।केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मल्टी स्टेट कोआपरेटिव बीज सोसाइटी किसानों को गुणवत्ता वाले बीजों के उत्पादन, खरीद, ब्रांडिंग, पैकेजिंग व उन्हें बेचने में मदद करेगी व नये रिसर्च एंड डेवलपमेंट में भी सहायता करेगी। इस सोसाइटी के माध्यम से जो देशी प्राकृतिक बीज विलुप्त हो रहें हैं उनके संरक्षण की व्यवस्था भी की जा सकेगी।श्री शाह ने कहा कि मल्टी स्टेट कोआपरेटिव एक्सपोर्ट सोसाइटी देश की लगभग 8.45 लाख समितियों से जुड़ उनके उत्पादों को विश्वभर में बेचने, उनकी क्षमताओं को बढ़ाने व उन्हें एक सफल व्यावसायिक उद्योग बनाने में मदद करेगी। इससे किसानों की आय में तो वृद्धि होगी ही साथ ही रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
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