रासेयो स्वयसेवकों ने तुलसी का पौधा लगाकर कहा संस्कृति, सभ्यता और संस्कार कोरोना व अन्य बीमारियों से लड़ने के है प्रमुख औजार!
शहडोल । इस भीषण गर्मी में जहाँ इंसान घरों मे कैद है, वही पक्षी भी पानी और खाने के लिए भटकते रहते है,वही रासेयो के स्वय सेवको ने बेजुबान पक्षियो के लिए पानी व खाना रखते हुए, साथी युवाओ को भी प्रेरित कर रहे है, ताकि इनको भी इन्हें भी बचाया जा सके!
इसी के साथ पंडित एस एन शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल (मप्र) के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयसेवक, डॉ सी एम तिवारी कार्यक्रम समन्वयक एपीएसयू रीवा, जिला संगठक डॉ भरत शरण सिंह, डॉ एम के भटनागर कार्य क्रम अधिकारी, डॉ आरती झा कार्यक्रम अधिकारी महिला इकाई के मार्गदर्शन मे राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई शहडोल के दलनायक मोहम्मद शेख इकबाल के साथ साथ, श्रुति तिवारी, रोहित तिवारी, सुजल सोनी दीक्षा सोनी, मानसी जोशी, साक्षी सिंह राजपूत, शिखा साहू, अधिप पांडेय, अधिज पांडेय, आयुष राय,नीलम एवं अन्य कई स्वयसेवकों ने covid 19 जैसी महामारी व लॉकडाउन के बीच घर में रहकर विश्व अस्थमा दिवस को तुलसी के पौधा लगाकर समाज मे एक अच्छा संदेश दिया! और घर मे रहे सुरक्षित रहे की अपील की।
तुलसी के पत्तों में ऐंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं इसके गुण शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं और उससे रक्षा भी करते हैं। तुलसी की पत्तियों में ऐंटीबैक्टीरियल और ऐंटीवायरल गुण भी होते हैं, जो सर्दी, खांसी व जुकाम से हमें दूर रखते हैं : डॉ एम के भटनागर कार्यक्रम अधिकारी रासेयो
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