रविवार, 28 जनवरी 2024

बिहार के मुख्यमंत्री नौवीं बार ,नीतीश कुमार/खेल शुरू हुआ है, खेला अभी बाकी-तेजस्वी

 

पटना: 28 जनवरी    Nitish Kumar Oath Ceremony: 9वीं बार सत्ता में वापस लौटे नीतीश कुमार, CM पद की ली शपथ  समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर रविवार को शपथ ली।यहां राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।कुमार के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी एवं प्रेम कुमार और जद (यू) के विजेंद्र यादव एवं श्रवण कुमार ने भी मंत्रिपद की शपथ ली।इसके अलावा एचएएम के संतोष कुमार सुमन, सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय) ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नयी सरकार में मंत्रिपद की शपथ ली।कुमार ने दिन में यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में उनके लिए ‘चीजें ठीक नहीं चल रही हैं।’इसी के साथ उन्होंने भाजपा के सहयोग से नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया था। लगभग डेढ़ साल पहले उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया था।

बिहार की राजनीति में रविवार का दिन सुपर संडे साबित हुआ। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोपहर में झट से इस्तीफा दिया और शाम तक भाजपा की मदद से पट से मुख्ममंत्री के रूप में शपथ भी ले ली। राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण से पहले नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे और सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।

8 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री के रूप में ली शपथ

नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार में कुल 8 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। इनमें बीजेपी से तीन- सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, प्रेम कुमार के नाम शामिल है। जेडीयू से तीन- विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली।

Tejashwi Yadav: अभी तो खेल शुरू हुआ है, खेला अभी बाकी है... नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव का पहला बयान  बिहार में मचे सियासी घमासान और नीतीश कुमार की ओर से पाला बदलकर बीजेपी के साथ जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम विकास की नई नीति लाए, हमने जो कहा वो किया, हमने 17 महीने में वो काम किया जो 17 साल में नहीं हो पाया.बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद तेजस्वी यादव का पहला बयान सामने आया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने उस मुख्यमंत्री से काम कराया जिसके बाद बिहार के लिए कोई विजन नहीं था. नीतीश कुमार को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी तो खेल शुरू हुआ है, खेला अभी बाकी है. हमें न गुस्सा है और न ही नाराजगी है. अभी खेल शुरू हुआ है. अभी बहुत कुछ बाकी है. मैं जो कहता हूं उसे करता हूं, जनता हमारे साथ है.

 

पलटू बाबू रोड एक लघु  है जि उपन्यास जिसके रचायिता हैं। यह उपन्यास  फणीश्वर नाथ रेणु टना से प्रकाशित मासिक पत्रिका 'ज्योत्स्ना' के दिसम्‍बर, 1959 से दिसम्‍बर, 1960 के अंकों में धारावाहिक रूप से छपा था। रेणु के निधन के बाद 1979 में पुस्तकाकार प्रकाशित हुआ।नई-नई कथाभूमियों की खोज करनेवाले रेणु 'पल्टू बाबू रोड' में एक क़स्बे को अपनी कथा का आधार बनाते हैं। वे कठोर, विकृत और ह्रासोन्मुख समाज को लेखकीय प्रखरता के साथ परखते हैं। इस उपन्यास में रेणु अपने गाँव-इलाक़े को छोड़कर बैरगाछी क़स्बे को कथाभूमि बनाते हैं। इस क़स्बे की नियति पल्टू बाबू जैसे काइयाँ, धूर्त, कामुक बूढ़े के हाथ में है। उसने क़स्बे के लिए ऐसी राह निर्मित की है जिस पर राजनीतिज्ञ, ठेकेदार, व्यापारी, वकील (पूरे क़स्बे के लोग ही) चल रहे हैं। लगता है, क़स्बावासी शतरंज के मोहरे हैं और पल्टू बाबू इनके संचालक।इस उपन्यास का लक्ष्य है उच्च वर्ग के अंतर्विरोधों, उसकी गिरावट, राजनीतिक और आर्थिक सम्‍बन्‍धों में यौन-व्यापार आदि का चित्रण। निम्न वर्ग छिटपुट आया है। आदर्शवादी पात्र विडम्बना से घिरे हैं।

 


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