उमरिया के स्कूल में
निरीक्षण करने पहुंचा
भालू मास्टर
शिक्षक लोकतंत्र में लोगो को आदमी बनाने के लिए चुनाव की व्यवस्था में लगे हैं ऐसे में स्कूल लगभग बंद ही हो जाते हैं । जब खनिज अधिकारी और वन विभाग का अमला रेत माफिया खनिज माफिया के साथ मिलकर अंदर जंगलों में अवैध खनन उत्खनन कर जंगल की शांति खत्म करने लगते हैं और आदमी तो राजनीति के धुंध में जानवर बनता जा रहा है, इस चक्कर में अब जानवर स्कूल की तरफ आ रहे हैं शायद वह आदमी बन सकें... आदमियों को बता सकें कि जीवन की संभावना अभी भी जिंदा है ।
अब इसे व्यंग कहें अथवा हकीकत जानवर आदमियों के जैवविविधता पर्यावरण के प्रति संवेदनहीनता व वन परिस्थितियों की अतिक्रमण से परेशान होकर गांव और शहर की तरफ आ रहे हैं। बताया जाता है उमरिया जिले के पाली कि एक स्कूल में भालू कुछ इस तरह से घूमता देखा गया जो विद्यार्थियों के लिए कभी भी खतरनाक हो सकता है क्या इसकी भी पढ़ाई हमारा शिक्षक समाज दे पा रहा है यह बड़ी चुनौती है ...
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