उत्साह और आनंद से संपन्न हुई
परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया और ईद
शहडोल। अपने अपने तरीके से शहडोल में भगवान परशुराम जी जयंती को मनाने के लिए जुलूस व जलसा तथा लोक भंडारे का आयोजन किया गया जगह जगह लोक उत्साह का वातावरण देखा गया इस अवसर पर विंध्य पुनर्निर्माण मंच के बैनर तले प्रभारी जयप्रकाश नारायण गर्ग के नेतृत्व में
शहडोल के मुख्य गांधी चौक पर सभी विप्र बंधुओं के जुलूस के लिए स्वागत समारोह रखा था ज्ञातव्य है की कई प्रकार से अलग अलग संगठन ने अपने अपने तरीके से परशुराम जयंती को मनाने का काम किया तो दूसरी ओर रमजान के बाद ईद का उत्साह भी मुस्लिम धार्मिक परिसरों में देखा गया शहडोल के सभी सड़कों में सुबह-सुबह नए-नए वस्त्र पहने हर धर्म के लोग अपने अपने तरीके से त्यौहार को रौनक दे रहे थे व सभी ने कानून प्रशासन कुछ सहयोग करते हुए अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद को उत्साह तरीके से
मनाया शहडोल में संभवत पहली बार वृहद स्तर पर एक अनूठी पहल के रूप में संपन्न हुआ त्यौहार है जिसमें शासन प्रशासन का संपूर्ण सहयोग देखा गया।
ब्राह्मण एकता परिषद ने भगवान परशुराम जी का पूजन कर मनाई जयंती
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिसद शहडोल मे अक्षय तृतीया के मौके पर भगवान परशुराम जी के पूजन कार्यक्रम का कार्य ब्राह्मण बंधुओं द्वारा
होटल शिवम में भक्त पूजन पाठ के साथ संपन्न हुआ इस अवसर पर ब्राह्मण परिवार के सदस्य उपस्थित पोकर सामूहिक रूप से पूजन कार्यक्रम उत्साह और आनंद के पश्चात प्रसाद वितरण हुआ। पूजन कार्यक्रम में मुख्य भागीदारी पंडित प्रकाश तिवारी पंडित राममिलन शर्मा पंडित संजय कटारे पंडित सुशील शर्मा महिला सदस्यों में श्रीमती पुष्पा द्विवेदी श्रीमती नीलम चतुर्वेदी व
अन्य उपस्थित लोगों ने हवन पूजन आदि कार्यक्रम में भाग लिया ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से अपनी बात रखते हुए संयोजक प्रकाश तिवारी ने सभी विप्र बंधुओं को अपने प्रेरणास्रोत भगवान परशुराम जी के कर्मयोगी जीवन से प्रेरणा लेने त्याग व तपस्या की मूर्ति का जितना भी हो सके अनुसरण करने की बात कही एवं लोकहित में लोक जीवन मे अपनी भूमिका का दायित्व निर्वहन करने को तत्पर रहने का संदेश दिया।
पूजन कार्यक्रम को हेतु सभी विप्र परिजन पं. कौशल प्रसाद शर्मा पं. चंद्रिका प्रसाद शुक्ला पं. राकेश कटारे पं. जगदीश तिवारी पं. उमेश मिश्रा पं. राजेश मिश्रा गौरव द्विवेदी आरपी तिवारी एमके शर्मा अशोक शर्मा बीपी द्विवेदी राजेश त्रिवेदी एवं त्रिलोकीनाथ सहित अन्य कई विप्र परिजन उपस्थित रहे।
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