डिजिटल का कागद-कारा याने कट-पेस्ट
अपनी अयोध्या-अपने राम
फिर भी लुटा
शहडोल का
मंदिर मोहन राम
को प्रकाशित करने में अपनी भागीदारी देने गए हैं। यह अलग बात है कि यह सरकारी खर्चे से गए हैं या गैर सरकारी खर्चे से ...?
अयोध्या: सीएम योगी ने राम जन्मभूमि में 'राम
लला' के किए दर्शन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले दिवाली की शुभकामनाएं दीं. योगी ने कहा, पूरे प्रदेशवासियों को दीपावली की मंगलमय कामनाएं व्यक्त करता हूं. लगे हाथ उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी निर्वहन करते हुए कहा इतना ही नहीं पेट्रोल डीजल से एक्साइज ड्यूटी कम करने पर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया.
राजधानी के त्यागराज स्टेडियम में दिल्ली कैबिनेट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिवाली पूजन किया। .
.. इस दौरान दिल्ली सरकार के सभी मंत्री और आम आदमी पार्टी के कई विधायक मौजूद रहे। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित दिवाली पूजन कार्यक्रम में अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति लोगों का मन मोह रही है दीपावली पूजन के दौरान जब पुजारी ने कहा ऐसा प्रतीत होता है जैसे अयोध्या दिल्ली आ गई है
तो केजरीवाल की पत्नी के चेहरे में रोमांचकारी मुस्कान थी यह उस कथन का सार भी था जिसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कभी कहा था हम राजनीति को सीख लेंगे शायद वे धर्म के धंधे की राजनीत को सीखने में सफल हो हो रहे हैं
इन सबसे हटकर अपने राम पर कॉपीराइट
बरकरार रहे इसके लिए तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ पहुंच गए
पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को केदारनाथ धाम पहुंचे, जहां उन्होंने 130 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्धाटन किया. पीएम ने कहा, आप सभी आदि शंकराचार्य की समाधि के उद्धाटन के साक्षी हैं. देश के सभी मठ और ज्योतिर्लिंग आज हमारे साथ जुड़े हैं. पीएम मोदी ने कहा कि केदारनाथ आते ही यहां के कण-कण से जुड़ जाता हूं. उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का दृश्य अद्भुत था. उस समाधि के आगे बैठना दिव्य अनुभूति है.
स्थानीय राज्य के प्रतिपक्ष नेता
केदारनाथ दौरा विशुद्ध रूप से राजनीतिक
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ दौरा विशुद्ध रूप से राजनीतिक दौरा था। प्रदेश में गत माह इतनी बड़ी आपदा आई।। केदारनाथ में वर्ष 2013 में जब आपदा आई थी, तब यूपीए की मनमोहन सरकार ने तत्काल आठ हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया था। देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि मैं तो ड्रोन से निगरानी कर रहा था, लेकिन इससे बात नहीं बनती है। बात बनती है धन उपलब्ध कराने से। इसलिए केंद्र और राज्य की दोनों सरकारें पूरी तरह से विफल साबित हुई हैं। प्रधानमंत्री सैनिकों के नाम पर भी राजनतिक कर रहे हैं। उत्तराखंड के लोग अब भाजपा और प्रधानमंत्री के चाल-चरित्र और चेहरे को पहचान गए हैं।
डबल इंजन की सरकार ने जो वादे उत्तराखंड के लोगों से किए थे, उनमें से एक भी वादा सत्ता में बैठे हुए लोगों ने पूरा नहीं किया। किसानों से ऋण माफी का वादा, रोजगार का वादा, महंगाई को कम करने का वादा सबकी स्थिति लोगों के सामने है। कोरोना की महामारी में लड़ने में केंद्र और राज्य की सरकार पूरी तरह से नाकाम रही। अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। विकास के कार्य ठप पड़े हैं। कोरोना टेस्टिंग में घोटाला सबके सामने है। सौ दिन में लोकायुक्त लाने वाली भाजपा, आज तक लोकायुक्त नहीं ला पाई।
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