शनिवार, 6 नवंबर 2021

डिजिटल कागद-कारा यानी कट-पेस्ट( त्रिलोकीनाथ)

 डिजिटल का कागद-कारा याने कट-पेस्ट

अपनी अयोध्या-अपने राम       

फिर भी लुटा

शहडोल का


मंदिर मोहन  राम

(भाग 1)


(त्रिलोकीनाथ)
उत्तर प्रदेश के अयोध्या से लेकर दिल्ली के त्याग राज स्टेडियम तक और फिर बर्फीले केदारनाथ तक दिवाली पूर्व , दिवाली पश्चात और मध्य दिवाली की राजनीतिक धूम है। दीपावली के पूर्व हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की त्रेता युग में राजधानी रही अयोध्या नगरी को केंद्र में रखकर हिंदुत्व के पैरोकार हिंदुत्व के राम को दीपावली में प्रकाशित करने और इस प्रकाश में अपना भाजपा के हिंदुओं के वोटरों पर निगाह रख कर वोट बैंक तलाशने में उत्तर प्रदेश के लोक ज्ञानी विश्वविद्यालय के ज्ञानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार लगे हुए हैं... जैसे पूरे भारतवर्ष से ड्यूटी में हिंदुत्व के लोग लगाए गए हैं उसी तरह हमारे मध्य प्रदेश के शहडोल से भी जन अभियान परिषद से जुड़े कई कार्यकर्ता भी दीपावली में सरयू नदी के किनारे उनका इवेंट प्रोडक्ट का रिकॉर्ड 12 लाख दियों

को प्रकाशित करने में अपनी भागीदारी देने गए हैं। यह अलग बात है कि यह सरकारी खर्चे से गए हैं या गैर सरकारी खर्चे से ...?
किंतु दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में भारत की सर्वोच्च शिक्षा की डिग्रीधारी दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दीपावली के मध्य अपने सभी शिक्षित कैबिनेट को लेकर दीपावली के पूजन कार्यक्रम भव्य समारोह अपना एक अयोध्या बनाकर अपनी राम की पूजा करते हैं...,कह सकते हैं वह पहले भी करते चले आ रहे थे। इसे हिंदुत्व का वोट बैंक मैं  निर्माण का सधा हुआ जवाब कहा जा सकता है ताकि आम आदमी पार्टी अपना वोट बैंक हिंदुओं की भीड़ में तलाश सके ।
अब दीपावली के बाद अपने तमाम लाव लश्कर के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट बैंक की की तलाश में केदारनाथ पहुंचे हैं, जहां से  वे अपने राम के आराध्य शिव को याने केदारनाथ जी को साधने का प्रयास कर रहे हैं ताकि हिंदू वोट बैंक को केंद्रीकृत किया जा सके ...
यही आज का डिजिटल का कागद को कारा करने वाला "कट-पेस्ट "है।


अयोध्या: सीएम योगी ने राम जन्मभूमि में 'राम


लला' के किए दर्शन

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले दिवाली की शुभकामनाएं दीं. योगी ने कहा, पूरे प्रदेशवासियों को दीपावली की मंगलमय कामनाएं व्यक्त करता हूं. लगे हाथ उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भी निर्वहन करते हुए कहा इतना ही नहीं पेट्रोल डीजल से एक्साइज ड्यूटी कम करने पर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया.

राजधानी के त्यागराज स्टेडियम में दिल्ली कैबिनेट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिवाली पूजन किया। .


.. इस दौरान 
दिल्ली सरकार के सभी मंत्री और आम आदमी पार्टी के कई विधायक मौजूद रहे। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित दिवाली पूजन कार्यक्रम में अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति लोगों का मन मोह रही है दीपावली पूजन के दौरान जब पुजारी ने कहा ऐसा प्रतीत होता है जैसे अयोध्या दिल्ली आ गई है

तो केजरीवाल की पत्नी के चेहरे में रोमांचकारी मुस्कान थी यह उस कथन का सार भी था जिसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कभी कहा था हम राजनीति को सीख लेंगे शायद वे धर्म के धंधे की राजनीत को सीखने में सफल हो हो रहे हैं


इन सबसे हटकर अपने राम पर कॉपीराइट


बरकरार रहे इसके लिए तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ पहुंच गए

पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को केदारनाथ धाम पहुंचे, जहां उन्होंने 130 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्धाटन किया. पीएम ने कहा, आप सभी आदि शंकराचार्य की समाधि के उद्धाटन के साक्षी हैं.  देश के सभी मठ और  ज्योतिर्लिंग आज हमारे साथ जुड़े हैं. पीएम मोदी ने कहा कि केदारनाथ आते ही यहां के कण-कण से जुड़ जाता हूं. उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का दृश्य अद्भुत था. उस समाधि के आगे बैठना दिव्य अनुभूति है.

स्थानीय राज्य के प्रतिपक्ष नेता

केदारनाथ दौरा विशुद्ध रूप से राजनीतिक

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ दौरा विशुद्ध रूप से राजनीतिक दौरा था। प्रदेश में गत माह इतनी बड़ी आपदा आई।। केदारनाथ में वर्ष 2013 में जब आपदा आई थी, तब यूपीए की मनमोहन सरकार ने तत्काल आठ हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया था। देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि मैं तो ड्रोन से निगरानी कर रहा था, लेकिन इससे बात नहीं बनती है। बात बनती है धन उपलब्ध कराने से। इसलिए केंद्र और राज्य की दोनों सरकारें पूरी तरह से विफल साबित हुई हैं। प्रधानमंत्री सैनिकों के नाम पर भी राजनतिक कर रहे हैं। उत्तराखंड के लोग अब भाजपा और प्रधानमंत्री के चाल-चरित्र और चेहरे को पहचान गए हैं।


डबल इंजन की सरकार ने जो वादे उत्तराखंड के लोगों से किए थे, उनमें से एक भी वादा सत्ता में बैठे हुए लोगों ने पूरा नहीं किया। किसानों से ऋण माफी का वादा, रोजगार का वादा, महंगाई को कम करने का वादा सबकी स्थिति लोगों के सामने है। कोरोना की महामारी में लड़ने में केंद्र और राज्य की सरकार पूरी तरह से नाकाम रही। अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। विकास के कार्य ठप पड़े हैं। कोरोना टेस्टिंग में घोटाला सबके सामने है। सौ दिन में लोकायुक्त लाने वाली भाजपा, आज तक लोकायुक्त नहीं ला पाई।
(शेष भाग 2 में)





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