फिर खिला गांजे का कमल
झींकबिजुरी पुलिस के हाथ लगा फिर गांजा..?
उड़ीसा से उत्तरप्रदेश तक गांजा अवैध व्यापार के कारीडोर के मध्य शहडोल मार्ग में गांजा का व्यापार आम हो चुका है जब पुलिस चाहती है तब वह पकड़ में आ जाता है। और अब यह कोई नई बात नहीं रही है। गांजे की पुड़िया पकड़ जाने पर मुंबई में जो कोहराम मचता है उससे दिल्ली की सल्तनत हिल जाती है और अंततः जांचकर्ता अधिकारी समीर वानखेडे का जन्म प्रमाण पत्र भी विवाद के घेरे में आ जाता है यानी नौकरी खतरे में आ जाती और अनुसूचित जाति आयोग उसकी सुनवाई होने लगते हैं ।किंतु शहडोल में इंदौर स्थित जोनल डायरेक्टर एनसीबी इस कार्य को नहीं देखना चाहती अभी तक के पुलिसिया कार्यवाही में कम से कम ही दिखता है।
अब सूत्र बताते हैं इसी दौर में जब गांजा पकड़ने के रिकॉर्ड शहडोल क्षेत्र में बनता चला जाता है तभी खबर आती है कि झींकबिजुरी पुलिस ने एक मोटरसाइकिल से 2 किलो गांजा शाम 7:00 बजे फिर पकड़ा गया और सुबह होते होते सूरज की रोशनी में यह खबर धुंध होने लगती है...? इसकी सच्चाई की पुष्टि स्थानीय लोग तो करते हैं किंतु पुलिस प्रशासन करता दिखाई नहीं देता... बहरहाल आशा करनी चाहिए नशा के कारोबार को एनसीवी का जोनल डायरेक्टर इंदौर शहडोल में भी देखना प्रारंभ करेंगे ताकि अगर गांजे की पुड़िया भी कहीं पकड़ी जाये है तो उस पर दिल्ली हिलने लगे।
किंतु फिलहाल यह खबर दिल्ली दूर लगती है।
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