विरोधाभास में फंसे "कोरोना-भाईसाहब" शासन के लिए अलग
तो, प्रशासन के लिए अलग
दिखे नियम निर्देश.......
शहडोल क्षेत्र में आज महामहिम मध्य प्रदेश अमरकंटक प्रवास पर मां नर्मदा की जन्म स्थली पहुंचे। उनका विधि विधान से पूजन किया किंतु उनके आगमन से शासन और आम नागरिक पुजारी, पंडित आदि बिना मास्क पहने दिखे तो चुस्त-दुरुस्त प्रशासनिक अधिकारी मास्क पहने हुए कोविड-19 के लिए निर्धारित शासन के नियम निर्देशों के अनुरूप एक साथ उपस्थित देखे गये ।
जिससे यह तय कर पाना बड़ा मुश्किल हो गया कि आखिर शासन और प्रशासन के लिए कोविड-19 के संबंध में नियम निर्देश में विरोधाभास क्यों है इसका संदेश आम जनमानस पर कैसा पड़ता है। तब जबकि भीड़ भाड़ जगह खास तौर से दुर्गा पूजा पंडालों के लिए एक बार में 10 व्यक्ति ही रहे ऐसे निर्देश जारी किए गए हो सर्वोच्च प्रदेश की प्रशासनिक पद पर आसीन महामहिम राज्यपाल महोदय का हाव-भाव और प्रदर्शन से आम आदमी बहुत प्रभावित होता है इसलिए विरोधाभास का प्रदर्शन आश्चर्यजनक लगा कि क्या हमारी सरकारें शासन के लिए अलग और प्रशासन के लिए अलग नियम निर्देश जारी करती है, जिसके कारण उक्त फोटोग्राफ में स्पष्ट तौर पर अलग अलग गंगा जमुनी छवि प्रकट होती है...?
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