शुक्रवार, 8 अक्तूबर 2021

मामला लोक शिक्षण में शिक्षक चयन में भ्रष्टाचार का

 मामला लोक शिक्षण में शिक्षक चयन में भ्रष्टाचार  का


18 अक्टूबर तक सप्रमाण आपत्ति दर्ज करें

विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार लोक शिक्षण संचालनालय में चयनित शिक्षकों ने आज जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि डीपीआई द्वारा जारी अंतिम चयन सूची में गड़बड़ी हुई है।कई उम्मीदवारों के नाम नहीं है जबकि वे टॉपर हैं। उम्मीदवारों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है जबकि डीपीआई के अधिकारियों ने 18 अक्टूबर तक प्रमाण सहित आपत्ति दर्ज कराने के लिए कहा है।


लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा पिछले दिनों प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड मध्य प्रदेश द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 में चयनित उम्मीदवारों में से 12043 पदों पर अंतिम चयन सूची जारी की गई। इसमें उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक दोनों शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि वेटिंग लिस्ट वाले, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में रिजेक्ट किए गए उम्मीदवार और जिन जिलों में आचार संहिता लगी है उन जिलों की उम्मीदवारों के नाम इस लिस्ट में नहीं है। वहीं, कुछ कैटेगिरी वालों को भी होल्ड पर रखा गया है।

शुक्रवार को कई चयनित शिक्षक डीपीआई ऑफिस (लोक शिक्षण संचालनालय) आ गए और हंगामा करने लगे। उनका कहना था कि चाइनीस शिक्षकों की अंतिम सूची में भेदभाव किया गया है। कुछ उम्मीदवार भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे। उप संचालक आलोक खरे ने चयनित शिक्षकों को समझाने की कोशिश की।

बालाघाट से आए एक शिक्षक ने बताया कि पॉलीटिकल साइंस सब्जेक्ट में उनकी रैंक सेकेंड थी, लेकिन लिस्ट में नाम ही गायब है। शिवपुरी के दुर्गेश कुमार जाटव ने कहा कि डॉक्युमेंट का वेरिफिकेशन पहले ही हो चुका है। फिर भी होल्ड पर रख दिया है।

सूत्रों के अनुसार डीपीआई की तरफ से उम्मीदवारों को बताया गया है कि यदि उन्हें कोई आपत्ति है तो 18 अक्टूबर तक ईमेल के माध्यम से आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।


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