शुक्रवार, 10 सितंबर 2021

डिजिटल मीडिया में अपराध जारी है।

 कौन बनेगा करोड़पति

की


लाटरी ....?

(त्रिलोकीनाथ)

 लूट और डकैती पुरातन काल से चली आ रही प्रशासनिक व्यवस्था भी है जब इसे शासन प्रशासन पुलिस और न्याय व्यवस्था द्वारा मौन सहमति दी जाती है और ऐसे में अगर भारत जैसे लोकतंत्र हो जहां अराजकता लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण अंग बन गया हो, लूट और डकैती सर्वमान्य अघोषित तौर पर चलता रहता है। किंतु जिस प्रकार से अभी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल डीसी सागर ने अपने पत्रकार वार्ता में बताया है उससे लगता है की आर्थिक अपराध की श्रेणी में डिजिटल अपराधिक गतिविधियों को नकेल कसी जाएगी और साइबर सिस्टम को इस योग्य बनाया जाएगा ताकि आम आदमी को खुली लूट से बचाया जा सके। वैसे तो बड़ी लिस्ट है किंतु ताजा-ताजा नया अनुसंधान साइबर डिजिटल इंडस्ट्री में देखने में आया है कि किस प्रकार से डिजिटल आर्थिक अपराध करने वाले वकायदे सिस्टमैटिक तरीके से लोकप्रिय फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन का कौन बनेगा करोड़पति के बैनर पर आम आदमी को लूटने का काम कर रहे हैं


पहले पोस्टर भेज कर व्हाट्सएप के जरिए  जानकारी भेजी जाती है कि आपका 25 लाख रुपए का लॉटरी लग गई है और आप उसे किस तरीके से पाएंगे उसके लिए बकायदा एक ऑडियो भी भेजा जाता है।
 निश्चित तौर पर जब आप ऑडियो के निर्देशों का पालन करेंगे तब लूट और डकैती डालने वाला सिस्टम आपको लूट लेगा। उसी तरह जैसे वर्तमान में राजनीति राम अल्लाह के नाम पर वोट बैंक में डकैती डाल रही है। और आप अपना कीमती वोट बैंक नकाबपोश नेताओं को लुटवा देते हैं ।

तो देखिए अमिताभ को दिखाते हुए  वह व्हाट्सएप मैसेज और 2500000 रुपए की इनाम पाने की लालच में आप को लूटने का प्लान कैसे होता है इसके पहले बैंक अकाउंट नंबर जानने के तमाम तरीके के जरिए कई लोग कई करोड़ों में ठगे जा चुके हैं ।देखना होगा की एडीजीपी सागर का वह संकल्प कितना कारगर साबित होता है कि साइबर और डिजिटल सिस्टम के जरिए चल रहे आर्थिक अपराधों के अपराधी क्या पकड़े भी जाएंगे.,. इसके पहले की वे कई लोगों को लूट चुके हों..?


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