डॉ0 भरतशरण सिंह ने संभाली जिम्मेवारी की कुर्सी...
(त्रिलोकीनाथ)
शहडोल डिग्री कॉलेज के छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष के रूप में सार्वजनिक जीवन में देखने वाले भरत शरण सिंह का मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमैन के रूप में सामने आने से हमारा मन गर्व का महसूस करता है। वे हमसे बहुत सीनियर थे। भलाई शहडोल कितना भी आदिवासी प्रकृति का क्यों ना रहा हो, डिग्री कॉलेज में एक और जहां एक से एक विद्वान प्राध्यापक और सहायक अध्यापक का भरमार रहा वहीं पर यहां से शिक्षा ग्रहण करने वाले तमाम छात्र आज प्रदेश में ऊंचाइयों को छू रहे हैं। निश्चित रूप से विरासत की पृष्ठभूमि मैं उनके सभी रिश्ते उन्हें याद होंगे।
आज जिस ऊंचाई पर वे पहुंचे हैं वहां से उनकी अहम जिम्मेदारियां इसलिए भी बढ़ गई हैं क्योंकि शहडोल जिला तब विद्युता और गुणवत्ता के रूप में इतना गरीब का भी नहीं रहा जितना कि वर्तमान में अब अपनी दलित अवस्था में पतित हो चुका है। उसे भोपाल के इस महत्वपूर्ण आयोग के चेयरमैन के रूप में ऊंचा उठाना डॉ. भरत शरण सिंह की अपनी नैतिक व निजी जिम्मेवारी भी हो गई है। क्योंकि उन्होंने जिस जमीन पर रहकर अपनी शिक्षा दीक्षा व विकास का रास्ता तय किया है उसका कर्जा भी उन्हीं पटाना है ।
दादा भरत शरण सिंह भोपाल पहुंच कर पदभार ग्रहण किया। एक बार पुनः हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। निश्चित तौर पर वे अपने सभी साथी और सहयोगियों के लिए इस ऊंचाई में पहुंचकर उनकी योग्यता और आकांक्षाओं को गुणवत्ता के हिसाब से जगह देने का काम करेंगे उन्हें बहुत शुभकामनाएं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें