दुनिया का दूसरा बड़ा
संक्रमित राष्ट्र होगा भारत .....
निर्मला के निर्मल मन ने माना ,
सब कुछ रामभरोसे ....
कहा...,कोरोना दैवीय आपदा है
शहडोल संभाग में कहर बरपा "दैवी-आपदा" का....
(त्रिलोकीनाथ)
कोरोना महामारी के बीच में सर्वोच्च प्राथमिकता पाने वाले अयोध्या के राम का मुख्यालय तमाम प्राथमिकताओं को किनारे कर के पूरे प्रोपेगेंडा के साथ निर्माण करने की गई। हिंदुत्व का नया हेड क्वार्टर का निर्माण जब होगा , तब होगा किंतु 21वीं सदी में भारत कोरोनावायरस में पीड़ित लोगों की दुनिया की सूची में जल्द ही दूसरा स्थान हासिल कर लेगा। वह अब तक दूसरे स्थान पर रहे ब्राजील को पीछे छोड़ कर अमेरिका के बाद दूसरा सर्वाधिक संक्रमित राष्ट्र का दर्जा संभवत अगले हफ्ते तक धारण कर चुका होगा।
ब्राजील वर्तमान आंकड़े में करीब 38 लाख 46हजार संक्रमण के साथ दूसरे स्थान पर है भारत 35 लाख 46 हजार की संख्या के साथ तीसरे स्थान पर है। भारत में जो बीमारी की रफ्तार पकड़ी है उससे अगले हफ्ते भारत दूसरे स्थान पर पहुंच चुका होगा । और यही आंकड़ा अब बताता है कि यह "एक दैवीय आपदा" है तो चिंता ना करें इस दैवी आपदा में भारत का केंद्रीय शासन दुनिया का सर्वाधिक संक्रमित राष्ट्र बनाने में भी अपने को पीछे नहीं छोड़ेगा। क्योंकि देवताओं की कृपा अथवा श्राप जब लगता है तो वह ऊंचाई पर ही होता है।
किंतु भारत के नेता ऐसा नहीं मानते वे भगवान के भक्तों य हिंदुत्व के राम पर यह नहीं छोड़ना चाहते। फिर अभी "हिंदुत्व के अयोध्या में राम जन्म भूमि का मंदिर भी नहीं बना हुआ है। तो फिर राम जैसे देवताओं की आपदा क्यों होगी। यह प्रश्न उठने लगे हैं।
बहरहाल भारत में हाथ से निकल चुकी अर्थव्यवस्था से घबराकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालांकि यह बात नहीं कही है, बल्कि उनकी बित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है की कोरोनावायरस की बीमारी एक दैवीय आपदा है। वैसे भी भारत के लोग हर बीमारी को आपदा ही मानते हैं। तो इसको भी मान लेते।
किंतु अपने तमाम अपराधों को छिपाने के लिए जब देवी आपदा का बहाना लिया गया तो भारत के नेताओं ने अपनी अपनी नाराजगी व्यक्त की। खुद भारतीय जनता पार्टी के प्रखर नेता सुब्रमण्यम स्वामी स्वामी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है
16 अगस्त को करीब 26 लाख भारत में संक्रमित लोक थे जो 30 अगस्त को 10 लाख से ज्यादा बढ़कर करीब साडे 35 लाख हो गए हैं यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। बिंध्य प्रदेश की देखे तो रीवा संभाग में 1819 संक्रमित व्यक्तियों की जानकारी हो चुकी है जिसमें 36 लोग अब तक मृत हो गए हैं। जबकि 395 लोग सक्रिय संक्रमित हैं। रिकवर्ड लोगों की संख्या 1378 है। शहडोल संभाग में पिछले 15 दिनों में तीखी रफ्तार आई है ।
16 अगस्त को कुल 382 लोग संक्रमित दर्ज किए गए थे जोकि अब एक हजार के करीब पहुंच रहे हैं, 987 व्यक्ति संक्रमित दर्ज किए गए हैं। जिसमें शहडोल में 499 अनूपपुर में 367 और उमरिया में 181 व्यक्ति चिन्हित हुए हैं। 380 लोग आज भी संक्रमित हैं जबकि 590 व्यक्ति रिकवर होकर ठीक हुए हैं।
16 अगस्त को शहडोल संभाग में दो व्यक्तियों की मरने की सूचना थी अब यह शहडोल में चार, अनूपपुर में एक, उमरिया में दो कुल 7 व्यक्ति इस बीमारी से मृत हो चुके हैं। संक्रमण की रफ्तार ने आम जनजीवन को हिला कर रख दिया है । सरकार की समस्त व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई।
यह संक्रमण का ही खौफ है के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। जो शहडोल संभाग में घोषित थे ।हलांकी पुष्ट रूप से ऐसा नहीं कहा गया है। इस तरह केंद्रीय मंत्री निर्मला का निर्मल मन का का यह कहना कि यह "दैवी आपदा" है चाहे आपदा हो या ना हो हर व्यक्ति को इसे दैवीय-आपदा मानकर ही वैज्ञानिक तरीके से दिए गए निर्देशों के अनुरूप सुरक्षा व सतर्कता अपनाना चाहिए। बेहतर तो यह भी है कि वह मान ले की दैवी आपदा उस पर टूट चुकी है। और जो समस्त सुरक्षात्मक उपाय हैं शरीर रक्षक दवाइयां और टॉनिक तथा रोग प्रतिरोधक उपाय हो, उनका उपयोग सामान्य रूप से करना प्रारंभ कर देना चाहिए इसी में सबका भला है।
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