सोसल मीडिया का पागल संवाद...
हालांकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पहली पारी में ही भारतीय पत्रकारिता को खारिज तो नहीं किए थे किंतु अमेरिका में जाकर जिस अंदाज में उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक के हेड क्वार्टर में जाकर कहा "सोशल मीडिया पांचवा स्तंभ है" तो हमें समझ में आया कि लोकतंत्र के गर्भ में पल रहे चौथे स्तंभ पत्रकारिता को खारिज कर रहे हैं बहराल सोशल मीडिया का एक चेहरा फेसबुक को आज सुबह खोला तो कुछ इस क्रम से घटनाएं घटी जिन्हें आपसे शेयर करके नरेंद्र मोदी के पांचवें स्तंभ के बारे में सोचता हूं तो लगता है जनता पागल क्यों नहीं हो रही है तो आप भी देखिए क्रम क्या था कुछ बोलते चित्र इस प्रकार हैं
1
रफाल की गौरव पूर्ण रफ्तार
2
रफ्तार मे कटती हमे दूध पिलाने वाली गौमाता
3
हमारे पी एम उनका तोता
4
अभिव्यक्ति पर डाक्टर गिरफ्तार
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