हमारे नेता गलत साबित हो रहे हैं...?
शहडोल में संक्रमण का खतरा बढ़ा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अगर ठोस क़दम नहीं उठाया गया तो कोरोना वायरस की महामारी बद से बदतर होती जाएगी.WHO प्रमुख डॉ टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने कहा कि दुनिया के कई सारे देश कोरोना से निपटने के मामले में ग़लत दिशा में जा रहे हैं. डब्ल्यूएचओ की चिंता
डॉ टेड्रोस ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं और इससे साबित होता है कि जिन एहतियात और उपाय की बात की जा रही है, उनका पालन नहीं किया जा रहा है.
उत्तरी और दक्षिणी अमरीका इस महामारी की चपेट में अभी सबसे बुरी तरह से हैं. अमरीका में स्वास्थ्य विशेषज्ञों और राष्ट्रपति ट्रंप में चल रही तनातनी के बीच संक्रमण के नए मामले लगातार तेज़ी से बढ़ रहे हैं.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के डेटा के अनुसार अमरीका अभी कोरोना की मार सबसे ज़्यादा झेल रहा है. यहां अब तक 33 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और एक लाख 35 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
यहां भारत में भी क मूवी उतनी ही लापरवाही के साथ राजनेता अपने राज्य सत्ता की लड़ाई में व्यस्त हैं जो ध्यान कोरोनावायरस से निपटने के लिए कारगर उपाय के लिए होना चाहिए वह छद्म युद्ध और सत्ता के स्वार्थ में पूरी ताकत से लगाया जा रहा है नतीजतन अभी भी पूर्ण नीतियों के चलते जमीनी हालात बिगड़ते जा रहे हैं ।
14 जुलाई को शहडोल में अचानक 11 संक्रमित मामलों के आने से विश्व स्वास्थ्य संगठन का संदेह को बल मिला है ज्ञातव्य हैशहडोल के संदर्भ में कोरोना कॉल में पहली बार एक साथ 11 संक्रमित व्यक्तियों की रिपोर्ट ने शहडोल को एक बार फिर से हिला कर रख दिया है सूत्रों की माने तो 10:00 नगर के और एक बाहर का संक्रमित व्यक्ति बताया जाता है अभी तक टुकड़े टुकड़े गैंग के रूप में कोरोना का संक्रमण प्रशासन की नींद उड़ा कर रहा है
यह पहली बार हुआ है जब शहडोल मुख्यालय में दस नंबरी कोरोनावायरस ने हमला किया है प्रशासन अपने स्तर पर सुनिश्चित दिशा निर्देशों का पालन तो करेगी ही किंतु शहडोल नगर के नागरिकों का व्यक्तिगत दायित्व ज्यादा बढ़ गया है कि वह कोरोना के संक्रमण को लेकर किस प्रकार से गंभीर दिखता हैवास्तव में अघोषित तौर पर ही सही कोरोना अब हवा के जरिए भी दस्तक देता हुआ नजर आ रहा है अगर यह एक झूठ है तो इस झूठ पर ही विश्वास करके पहले से ज्यादा एक शतक नागरिक होने के नाते ना सिर्फ स्वयं को बल किस शहर को भी सुरक्षित करने में आप अपनी भूमिका निभा सकते हैं तो शासन के दिए गए दिशा निर्देशों का अक्षर से पालन करें क्योंकि कम से कम हम इतना कर ही सकते हैं
तो WHO ने क्या कहा?
सोमवार को जिनेवा में प्रेस वार्ता के दौरान डॉ टेड्रोस ने कहा कि दुनिया भर के नेता जिस तरह से महामारी से निपटने की कोशिश कर रहे हैं उससे लोगों का भरोसा कम हुआ है.
डॉ टेड्रोस ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोना और मास्क पहनना इस महामारी से बचने के कारगर तरीक़े हैं और इन्हें गंभीरता से लिए जाने की ज़रूरत है.
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि निकट भविष्य में ऐसा लगता नहीं है कि पहले की तरह सब कुछ सामान्य हो जाएगा. डॉ टेड्रोस ने कहा, ''अगर बुनियादी चीज़ों का पालन नहीं किया गया तो एक ही रास्ता है कि कोरोना थमेगा नहीं और वो बढ़ता ही जाएगा. यह बद से बदतर होता जाएगा.''
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