भारत सरकार को नहीं मालूम, महापालायन में प्रवासी श्रमिकों की दर्दनाक हालात,
कहा जुटायेंगें आंकड़े
आज गुरुवार को पत्रकार वार्ता में केंद्र सरकार की ओर से मंत्री निर्मला सीतारमण,
अनुराग ठाकुर सरकार का पक्ष और जारी 20 लाख करोड़ के पैकेज पर चर्चा कर रही थी। इस दौरान एक पत्रकार द्वारा यह प्रश्न उठाए जाने पर कि आज की परिस्थिति में में कुल कितने प्रवासी श्रमिक सड़कों में हैं, और उनके लिए सरकार ने क्या किया है ?
मंत्री गण ने शासन की ओर से किसी भी प्रकार का संतोषजनक जवाब नहीं दिया बल्कि यह कहा कि आंकड़े जुटाए जा रहे हैं जैसे आएंगे, बताए जाएंगे। स्पष्ट हुआ इस सासन को अद्यतन प्रवासी मजदूरों के महापलायन की कोई सांख्यिकी आंकड़े उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार महापालायन के हालात में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में सिर्फ और सिर्फ राम भरोसे ही चल रहा है।
कहा जुटायेंगें आंकड़े
आज गुरुवार को पत्रकार वार्ता में केंद्र सरकार की ओर से मंत्री निर्मला सीतारमण,
अनुराग ठाकुर सरकार का पक्ष और जारी 20 लाख करोड़ के पैकेज पर चर्चा कर रही थी। इस दौरान एक पत्रकार द्वारा यह प्रश्न उठाए जाने पर कि आज की परिस्थिति में में कुल कितने प्रवासी श्रमिक सड़कों में हैं, और उनके लिए सरकार ने क्या किया है ?
मंत्री गण ने शासन की ओर से किसी भी प्रकार का संतोषजनक जवाब नहीं दिया बल्कि यह कहा कि आंकड़े जुटाए जा रहे हैं जैसे आएंगे, बताए जाएंगे। स्पष्ट हुआ इस सासन को अद्यतन प्रवासी मजदूरों के महापलायन की कोई सांख्यिकी आंकड़े उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार महापालायन के हालात में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में सिर्फ और सिर्फ राम भरोसे ही चल रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें