गुप्त-दुनिया का साधना का संसार
साधना से शेयर का सट्टा बाजार में ऐतिहासिक उछाल...?
और शहडोल के सट्टे में आई नई क्रांति.....
( त्रिलोकीनाथ )
एनडीटीवी की मानें तो 2019: एग्ज़िट पोल में स्पष्ट बहुमत वाली सरकार आने की संभावना जताए जाने के बाद शेयर बाजार में ऐतिहासिक उछाल आया. सेंसेक्स रिकॉर्ड 1421 अंक चढ़कर 39,352 के स्तर पर बंद हुआ है. वहीं, निफ्टी 421 अंक उछलकर 11,828 पर बंद हुआ. बंबई शेयर बाजार का 30-शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,421.90 अंक यानी 3.75 प्रतिशत उछलकर 39,352.67 अंक पर पहुंच गया. दिन में कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 39,412.56 अंक और नीचे में 38,570.04 अंक तक गया. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 421.10 अंक यानी 3.69 प्रतिशत चढ़कर 11,828.25 अंक पर पहुंच गया
बता दें कि रविवार को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) का रण खत्म होने के बाद तमाम एग्जिट पोल्स (Exit Polls 2019) सामने आ गए थे. NDTV ने सभी एग्जिट पोल्स (Exit Polls) को मिलाकर पोल ऑफ पोल्स (Poll Of Polls) बनाया. NDTV के पोल ऑफ पोल्स के अनुसार केंद्र में एक बार फिर मोदी सरकार की वापसी हो रही है. पोल ऑफ पोल्स के अनुसार बीजेपी गठबंधन को 300 से अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं, यूपीए 122 और अन्य 118 सीटों पर सिमटते दिख रहे हैं. मतों की गिनती 23 मई को होगी.
निवेशकों को उम्मीद है कि राजग के सत्ता में बने रहने से आर्थिक सुधारों की गति बनी रहेगी और पहले कार्यकाल में जिन कार्यों को शुरू किया गया उन्हें और तेजी से आगे बढ़ाया जायेगा. सेंसेक्स की तेजी में योगदान करने वाले शेयरों में स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, लार्सन एण्ड टुब्रो, यस बैंक, एचडीएफसी, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा, मारुति सुजूकी, ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में 8.64 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई
शत्रुघ्न सिन्हा का कमेंट; सट्टा बाजार को एक कारण
शत्रुघ्न सिन्हा का कमेंट; सट्टा बाजार को एक कारण
एग्जिट पोल के नतीजों पर शत्रुघ्न सिन्हा का कमेंट सट्टा बाजार को एक कारण के रूप में भी संदेह जनक बताता है। मुंबई के माया लोक के अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा कि शंका को बल देता है, इसलिए भी कि वे उसी शेयर मार्केट की दुनिया के आसपास के पड़ोसी भी रहे और निगाहें भी रखते रहे.. ।चुकी भारतीय जनता पार्टी से आए हैं... ,लंबा अनुभव है.. तो उनके अंदाज को, नजरअंदाज करना बहुत नाइंसाफी होगी..... ।
बहरहाल दिल्ली अब दूर नहीं है...., 23 तारीख को सबकुछ पर्दाफाश हो जाएगा.., क्या सच है ,क्या झूठ ...? बाकी आप अन्य जानते हैं कि अगर कथित रूप से 5 लाख करोड़ रुपए का पूंजी बाजार आ गया है तो यह एग्जिट पोल क्यों ना बनाए जा सके.., और क्यों नहीं बनाए जाने चाहिए ....? और अगर रिजल्ट आ भी गए, सकारात्मक रहे.. या सच रहे... तो "आम के आम और गुठलियों के दाम"; दोनों हाथ में लड्डू सटोरियों के हाथ में होंगे और सट्टेबाजों के बल्ले बल्ले।
यह तो मुंबई और दिल्ली की बात है, अपन तो शहडोल को जानते हैं.. जहां कभी सट्टे का सिकंदर, पुलिस सल्तनत को सलामती देता था। रोजगार का बड़ा कारोबार-सूरज ढल गया ...महान गुप्त विद्या में, एक गुप्ता आया.. किंतु कहते हैं फुलकी के कारोबार से सट्टे का सिकंदर बनने का ख्वाब कि ऊंचाइयों को पहुंची रहा था ...बल्कि इतना ऊंचा उठ गया था की वह शहडोल छोड़कर में पूना बसने का प्लान बना रहा था, महाजन था, सबसे अच्छे संबंध थे,.. क्या पुलिस. ,क्या पत्रकार ...क्या सेठ, क्या महाजन इसी दौर पर क्रिकेट का सट्टा भी उसने खूब खिलाया..., क्योंकि सट्टा-पर्ची का सट्टा बीते दिनों की बात हो चली थी । आए दिन रिकॉर्ड के रूप में पुलिस की औपचारिकता को पूरी भी करती थी.., इससे तंग होकर मोबाइल सट्टा, क्रिकेट के सट्टा और फिर सटोरियों का स्वर्ग जब भारत ही नहीं पूरी दुनिया में आईपीएल के सट्टा रूप में देखा जाने लगा, तब शहडोल के सट्टे का गुप्त विद्या का धनी गुप्ता एक स्थापित समाजसेवी भी बन गया । निर्विवाद उस का सिक्का चल पड़ा था.. ।
किसी पुलिस प्रमुख को यह सब अच्छा नहीं लगा... उसने गुप्ता जी को गांजे के चक्कर में हवालात पहुंचा दिया; जी हां यह बल्लू गुप्ता है तो जरूर... किंतु वह नहीं जो शहडोल में बेगा सम्मेलन के लिए लाखों रुपए का पानी ही पिला डाला.., प्रशासन को.. | यह है बल्लू नंबर दो, कहां जा सकता है जब बुरे दिन आते हैं तो सब साथ छोड़ जाते हैं ..किसी ने कहा कि क्रिकेट के सट्टे का स्थानीय सम्राट बल्लू नाजायज तरीके से उस काम में पकड़ा गया ,जिसे विचारा कभी किया ही नहीं......? और उसका साडू भाई या कोई और वकीलों और न्यायालयों में कुछ ऐसी प्रस्तुति दिए कि वह अंदर का अंदर रह गया ।
बहरहाल अब क्रिकेट के सट्टे में नई क्रांति आ गई है..., इस गुप्त-विद्या में एक नया धनी, नया गुप्ता आ गया है... जिसका अपना विकास भी फिलहाल महाजनी के साथ चल रहा है| नगर पालिका शहडोल में भाजपा नेता के नजदीक हुआ करता अपनी ऊंची उड़ानों के प्रयास में अंततः अपना रास्ता खुद तय करने के लिए निकल पड़ा..., कुछ लोगों की उस पर नजर लग गई है..., कहीं ऐसा ना हो किस सहडोल का सट्टे की नई क्रांति सट्टे के सिकंदर बनने के चक्कर में गांजा में सपड़ा न दिया जाए....?
अब चुकी अपन ना तो ओरिजिनल सट्टे को कभी खेलें... अब तो सट्टा हाईटेक हो गया है, मोबाइल सट्टा ,कंप्यूटर का सट्टा और सट्टे के अलग-अलग हैडक्वाटर्स में चलाने वाले सटोरिए कब कहां बैठ जाते हैं.. कैसे सट्टा चलाते हैं.. यह सब या तो भगवान बद्रीनाथ जाने या फिर केदारनाथ...?
चाहे शेयर बाजार का सट्टा हो या फिर शहडोल के क्रिकेट का सट्टा में चल रही क्रांति इन सब के लिए जब तक गंभीर साधना स्थल जैसे केदारनाथ ,बद्रीनाथ मैं साधना ना की जाए, ज्ञान प्रकट नहीं हो सकता... आखिर गुप्त विद्या के लिए, गुप्त साधना का स्थल का होना जरूरी है..... यह पहली बार हुआ है कि भारत के प्रधानमंत्री, केदारनाथ की किसी गुफा में अपनी गुप्त साधना के लिए सार्वजनिक रूप से केदारनाथ में साधना रत रहे...? और मुंबई का सट्टा बाजार बल्लिया उछलने लगा ...।
काश हमारा बल्लू भी इसी प्रकार से कोई साधना स्थल चुन लेता... यह तो पुलिस की मजबूरी थी कि उसे जेल में साधना करना पड़ रहा है ..यह बात अनुभव के योग्य है और सट्टे की गुप्त विद्या में आई क्रांति के लिए भी ज्ञानवर्धक है कि वह गुप्त विद्या को गुप्त तरीके से अपनी अपनी साधना स्थल पर साधना रत रहे... अन्यथा गांजा का चक्कर जेल की चक्की पिसवा सकता है ...
बहरहाल लोग पिंड से ब्रह्मांड की अभि-कल्पना करते हैं ....हम तो ब्रह्मांड याने केदारनाथ से पिंड के संरक्षण की बात सोचते हैं....?
शत्रुघ्न सिन्हा कि संका अगर सही है तो कुछ भी संभव नहीं है.... हम बाजार वाद के दुनिया में हैं ....23 तारीख को जब मिलेंगे, तब यह तय होगा कि वास्तव में सट्टा का कारोबार कहां-कहां कैसे-कैसे रंग दिखाता है....... जय राष्ट्रवाद, जय हिंदुस्तान ..,जय हिंद....।
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