लोककला में शहडोल संभाग का हुआ नाम रोशन
अनूपपुर के
गुदुम बाजा नृत्य दल
ने देश में जीता प्रथम पुरस्कार
कमिश्नर ने कहा ,
गर्व की बात......
शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के ग्राम बीजापुरी नंबर एक के लोककला दल जो गुदुम बाजा नृत्य प्रस्तुत कर देश में प्रथम पुरस्कार जीता है।
गौरतलब है कि विशाखापट्टनम में 10 से 12 जून 2022 तक जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से ट्राइबल कल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग मिशन के तहत आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा आयोजित जनजाति नृत्य महोत्सव 2022 में देश के 14 राज्यों के जनजातीय नृत्य दलों ने प्रतिभागिता में भाग लिया। जिसमें शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के ग्राम बीजापुरी नंबर एक के शिवप्रसाद धुर्वे का गुदुम बाजा नृत्य ने भी हिस्सा लिया। श्री धुर्वे ने स्वयं संगीत एवं नृत्य की अनूठी प्रस्तुति के चलते देश के विभिन्न जनजाति कलाकारों के बीच यह नृत्य अपनी पहचान दर्शकों और चयनकर्ताओं के बीच ऐसी छोड़ी की "वंस मोर वंस मोर" के नारे से पूरा स्टेडियम गूंज उठा। अद्भुत प्रस्तुति के लिए देश के समस्त नृत्य दलों के बीच अनूपपुर की गुदुम नृत्य दल ने प्रथम पुरस्कार एवं एक लाख रशि प्राप्त कर देश में प्रदेश, संभाग और जिले और अपने गांव को पहचान दिलाई है।
कमिश्नर राजीव शर्मा ने की तारीफ
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि इस नृत्य दल ने संभाग एवं जिले का नाम गौरवान्वित किया है। इससे पहले भोपाल में 26 जनवरी को लाल परेड में प्रथम स्थान हासिल किया था। दिल्ली के लाल किला परेड मैदान में बीजापुरी के कलाकारों ने वर्ष 2012 में गणतंत्र दिवस समारोह में मध्यप्रदेश नृत्य दल टीम का हिस्सा बनकर प्रथम स्थान प्राप्त कर गौरव हासिल किया था। नृत्य दल में लक्ष्मीकान्त मार्को, शिवप्रसाद, उमेश मसराम, वीर बहादुर धुर्वे, लामू लाल धुर्वे, श्रीचंद मार्को, ईश्वर मरावी, राजकुमार मसराम, चरण लाल धुर्वे, मीरा मार्को, धनेश्वर, प्रहलाद, फगुआ, भीम, मुनि लाल, कोदु लाल, अनिल एवं अन्य साथी शामिल हैं।
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