गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022

2 वर्ष तक सड़कें होंगी समस्या ग्रस्त...?

 विकास के संघर्ष के लिए तैयार हो, शहडोल


 मुख्यमंत्री करेंगे

 शहडोल सीवरेज परियोजना

 के निर्माण कार्य का भूमि पूजन 


शहडोल 24 फरवरी 2022- तो शहडोल का मोहनराम तालाब मलजल का सबसे बड़ा केंद्र 2023 के अंत तक प्रदूषणकारी मलजल से मुक्त हो सकता है। जिस प्रकार की शब्जबाग दिखाए गए हैं परियोजना में उससे यह बात निकल कर आती है। और उसकी अहम शुरुआत के लिए शहडोल नगर को गोद में लेने वाले हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शहडोल स्थित पॉलिटेक्निक ग्राउंड में 25 फरवरी दोपहर 1 बजे को अनेक विकास कार्यों के साथ  शहडोल नगर की सीवरेज परियोजना के निर्माण कार्य का भूमि पूजन भी करेंगे। विश्व बैंक के सहयोग से नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उपक्रम मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी द्वारा निर्मित की जा रही शहडोल सीवरेज परियोजना की दस वर्षों के संचालन और संधारण के साथ अनुमानित कुल लागत रूपये 172.61 करोड़ है। उत्कृष्ट डिजाईन के आधार पर निर्मित की जा रही इस परियोजना के घटकों में 228 किलोमीटर सीवर नेटवर्क बिछाया जायेगा, 6 इण्टरमीडियेट पंपिंग स्टेशन एवं 1 मुख्य पंपिंग स्टेशन का निर्माण भी किया जायेगा। विशेष बात यह है कि 17 एमएलडी क्षमता का मलजल शोधन संयंत्र भी स्थापित किया जा रहा है। शहडोल सीवरेज परियोजना के अन्तर्गत 21,134 घरों को सीवरेज नेटवर्क से जोड़ा जायेगा। अनुबंध के अनुसार योजना का निर्माण कार्य माह नवम्बर 2023 के अंत तक पूर्ण किया जाना है परन्तु इस कार्य को समय से पूर्व दिसम्बर 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि शहडोल में इस परियोजना के पूरा होने मल जल का उचित निस्तारण हो सकेगा, जिससे जल स्त्रोत प्रदूषण मुक्त रहेंगे। 

हालांकि विस्तार से अभी इसके विवरण बुकलेट में प्रेस तक नहीं पहुंचाए गए हैं जिससे उनके दावे पर यकीन किया जा सके। लेकिन अनुबंध करता जो कर रहे हैं उसकी कार्यप्रणाली बहुत दलित और पिछड़ी हुई दिखाई देती है।

 फिलहाल आज दोपहर पास यूक्रेन में रूस ने अटैक कर दिया है और कल विधिवत शहडोल में सीवरेज लाइन का धमाकेदार शुभारंभ होने के साथ पूरा शहर धूल और प्रदूषण के लिए 2 साल बुक हो जाएगा। क्योंकि ऐसी कोई योजना स्पष्ट नहीं है कि जहां पाइपलाइन के लिए गड्ढे खोदे जाएंगे वह हफ्ते या 2 हफ्ते में अपनी पुरानी स्थिति पर ला दिए जाएंगे तो भविष्य में भयानक महंगाई के साथ गद्देदार सड़कों के लिए भी तैयारी कर लेनी चाहिए।




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

भारतीय संसद महामारी कोविड और कैंसर का खतरे मे.....: उपराष्ट्रपति

  मुंबई उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के  राम राज्य में और अमृतकाल के दौर में गुजर रही भारतीय लोकतंत्र का सं...