कांग्रेस में दंगल
अनूपपुर कांग्रेस का हाल,
लड़कों की दोस्ती,
जी का जंजाल.......
(त्रिलोकीनाथ)
कुछ इसी अंदाज में अनूपपुर जिला कांग्रेस कमेटी संभाग के सबसे ताकतवर कांग्रेस कमेटी बनने की बजाय सबसे निरर्थक और लाचार कमेटी के रूप में साबित हो रही है। क्योंकि तब अनूपपुर कांग्रेस के नेता बिसाहूलाल ने युवा चेहरे को सामने रखकर सुनील को प्रोत्साहित किया था और अपनी मेहनत और लगन से सुनील सराफ युवा तुर्क के रूप में अनूपपुर के ही बिजुरी के रहने वाले जनता पार्टी से विधायक रहे जुगल किशोर गुप्ता की याद दिला सकते थे। किंतु सुनील का पूरा संघर्ष इस कदर आगे बढ़ा कि कांग्रेस के झगड़े अब सड़क पर आ गए हैं। जिस एक युवा समझ की आवश्यकता लोक प्रतिनिधि को होनी चाहिए उसका रूप संभाग में दिखना चाहिए वह कोतमा तक सीमित हो गया है। नतीजतन संभाग में इस युवा कांग्रेस के चेहरे का लाभ "सून्य बटे सन्नाटा" रहा है। क्योंकि संभाग में सिर्फ अनूपपुर में ही दो विधायक कांग्रेस से हैं। पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल अनूपपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं और सुनील सराफ कोतमा विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं ।और दो विधायक पर्याप्त हैं पूरे संभाग में कांग्रेस की शानदार लीडरशिप देने के लिए किंतु संभाग में उनकी उपयोगिता क्यों निरर्थक साबित हो रही है ..?
निरर्थक होती कांग्रेस की एक झलक आज देखने को मिली
शिवम के अनुसार कमलनाथ से एकता का मंत्र लेकर आए कांग्रेसी कार्यकर्ता अनूपपुर रेलवे स्टेशन में उतरते ही एकता का मंत्र भूल कर अपने ही कार्यकर्ता के साथ आपस में ही भिड़ गए।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने अनूपपुर के सभी पदाधिकारियों को भोपाल बुलाया था तथा अनूपपुर के सभी पदाधिकारियों को एकजुट रहने की नसीहत दी थी। इसे मूल मंत्र के साथ कांग्रेस के सभी पदाधिकारी अनूपपुर पहुंचते ही अपने ही लीडर के मूल मंत्र को अनूपपुर रेलवे स्टेशन पहुंचते ही भूल गए तथा आपस में ही लड़ाई करने लगे।
यूं उड़ाई धज्जियां
कांग्रेस के दोनों पक्षों की लड़ाई अनूपपुर थाने तक पहुंची तथा दोनों पक्षों ने F.I.R कराया । पहले पक्ष किसान कांग्रेस अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी,एनएसयूआई अध्यक्ष संजय सोनी तथा कांग्रेसी कार्यकर्ता जितेंद्र सोनी पर नाम नामजद F.I.R कराया गया हैं।वहीं दूसरे पक्ष ने पूर्व जनपद सदस्य राजकुमार शुक्ला, कांग्रेस नेता रिंकू मिश्रा, मजदूर नेता विक्रम सिंह तथा राजकुमार शुक्ला के बेटे दीप शुक्ला पर एफआईआर कराया हैं।
दरअसल कांग्रेस के जनपद पंचायत अध्यक्ष ममता
सिंह विधायक सुनील सराफ पर आरोप लगाया कि कल जब मैं ऑटो में भोपाल स्टेशन आ रही थी। तो कुछ गुंडों द्वारा मेरे पर चाकू से हमला किया गया तथा मुझे जान से मारने की कोशिश की गई। आज सुबह जब हम स्टेशन से बाहर निकले तो धर्मेंद्र सोनी , जितेंद्र सोनी और संजय सोनी ने मेरे साथ गाली गलौज करने लगे ।
संजय सोनी द्वारा मुझे कहा गया कि कल भोपाल में मेरे आदमी द्वारा चाकू से तुम्हें मरवाना चाहते थे। कल तो बच गए। बहुत बड़े नेता बनते हो। तथा जाति सूचक शब्दों प्रयोग किया। उन्होंने कोतमा विधायक सुनील सराफ पर जान से मारने का आरोप भी लगाया हैं। उन्होंने कहा मेरी जान को खतरा है मुझे सुरक्षा चाहिए।
किसान कांग्रेस अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी ने कहा कल जब हम भोपाल से अनूपपुर के लिए लौट रहे थे । राजकुमार शुक्ला नशे में थे। नशे में राजकुमार शुक्ला का विश्वनाथ शुक्ला के साथ आपस में बहस हो रही थी। इसी को लेकर जब सुबह राजकुमार शुक्ला से कहा गया कि आपके द्वारा कल रात में किया व्यवहार गलत था। इसी को लेकर अनूपपुर रेलवे स्टेशन के बाहर कार्यकर्ताओं में बहस होने लगी इसमें महिला द्वारा लगाए गए आरोप गलत है बहस के दौरान महिला कहीं भी नहीं थी जारी की गई वीडियो में भी महिला नजर नहीं आ रही हैं।
बहरहाल समय रहते वक्त अगर विधायक गण कांग्रेस को इसी प्रकार से बंटाधार करेंगे तो बची कुची कांग्रेश भी संभाग से अलविदा हो जाएगी। बेहतर होता युवा ऊर्जा का उपयोग कांग्रेश की आत्महत्या की बजाए सकारात्मक कार्यों के लिए हो।
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