सोमवार, 18 अक्तूबर 2021

अपने अपने रागदरबारी

 उनका चांद डी सी यादव निकला 

सूर्या होटल में ...

रागदरबारीयों ने किया भव्य आयोजन


हालांकि चौदहवीं का चांद शरद, पूर्णिमा के रूप में चमकता हुआ आज दिखेगा किंतु उनके के लिए उसका चांद शनिवार को निकला था और फिर उन्होंने इस गाने के बोल में उनका अभिनंदन भी किया 

चौदहवीं का चाँद हो, या आफ़ताब हो
जो भी हो तुम खुदा कि क़सम, लाजवाब हो

कुछ इस अंदाज में अपने पूर्व सहायक आयुक्त जेपी यादव (वर्तमान में डीसी होशंगाबाद) का भव्य संगीत में कार्यक्रम के साथ स्वागत अभिनंदन पूर्व


सहायक आयुक्त एमएस अंसारी रघुराज स्कूल के प्राचार्य पीके मिश्रा, जिला खेल प्रमुख अजय द्विवेदी वर्षों से एक ही स्थान  पदस्थ लोगों ने होटल सूर्या में उपस्थित होने का आदेश किया ।ऐसा विभागीय सूत्र बताते हैं। जो अचानक उनके बुलावे में वहां पहुंचे थे ।शहडोल में कभी पदस्थथ रहे नाच गाने संगीत से सरोवार रहने वाले जेपी यादव के टेस्ट को जानते हुए सभी शिरकतकारों ने अपनी अपनी भूमिकाएं प्रस्तुत की।

तो दूसरी तरफ   अमरकंटक विश्वविद्यालय में अपनी दलित छात्रा के दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एनएसयूआई ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।

 इधर जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव जहां विभागीय योजनाओं की समीक्षा हेतु प्रदेश


स्तर के अधिकारियों को जिले में भेज कर मैदानी हकीकत जानने का प्रयास कर रही है वहीं इनके भ्रष्ट अधिकारी पूर्व सहायक आयुक्त अंसारी संगीत संध्या का आयोजन कर इन्हे ठेंगा दिखा रहे है। 

नाचगाने पूर्ण कार्यक्रम  के शौकीन डीसी होशंगाबाद जे पी यादव  तो इसमें शिरकत करने  पहुंचे थे। उनके कार्यकाल में सरकारी पैसे से पारदर्शी भ्रष्टाचार करने वाले पूर्व सहायक आयुक्त एमएस अंसारी  के अलावा शहडोल डीसी भी उपस्थित रहे। हालांकि सहायक आयुक्त शहडोल के अनुसार उन्हें किसी ऐसे सरकारी कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी वे अचानक बुलावे पर वहां पहुंचे थे बावजूद इसके आदिम जाति कल्याण विभाग के ढेर सारे कर्मचारियों की उपस्थिति ने इसे सरकारी रंग रूप में सजा दिया था । 

एक खबर यह भी है की प्रमुख सचिव कि जबलपुर के बैठक के मद्देनजर प्रतिभा खोज के दृष्टिकोण में यह कार्यक्रम सभी आदिवासी विभाग के लोगों ने इकट्ठा करके किया गया था। ज्ञातव्य है गैर कानूनी तरीके से अपने पदों पर पदस्थ कुछ लोगों ने इससे भव्यता प्रदान की थी तो अंसारी जैसे तृतीय वर्ग कर्मचारी चंद महीनों के लिए सहायक आयुक्त बनकर बहुचर्चित 8 करोड़ 34 लाख रुपए का गैरकानूनी हरण किया था जिसका एक निजी पांडे शिक्षा समिति के नाम पर भुगतान हुआ था जबकि उसके कर्मचारियों की पुष्टि करना उचित भी नहीं समझा गया यह जानते हुए की कई कर्मचारी नाम मात्र के कर्मचारी थे...? इस तरह हुए बंदरबांट को छुपाने के लिए होटल सूर्या की चमक में कार्यक्रम को अधिकारी को खुश करने का तरीका बनाया गया ताकि जबलपुर में होने वाली बैठक में इस अनियमित भ्रष्टाचार गैरकानूनी आहरण की समीक्षा ना हो सके, इसे पूर्वप्रबंध की संज्ञा भी दी गई है। क्योंकि जानकार जानते हैं कि जातिगत धंधे में जेपी यादव का दलित होना अधिकारियों के लामबंदी का अहम हिस्सा है तो क्या इस राग दरबार संगीत सभा से निकले निष्कर्ष प्रमुख सचिव की समीक्षा बैठक मे शहडोल के भ्रष्टाचार को पटाक्षेप का संगीत समझा जाए...?

 किंतु ऐसा होता नहीं दिखता क्योंकि प्रमुख सचिव ने जगह-जगह अपने अधिकारियों को भेज कर निरीक्षण का निर्देश दिया है फिलहाल सूर्या होटल मैं गत शनिवार संपन्न हुए भव्य कार्यक्रम किसी उप आयुक्त आदिवासी विकास का अभिनंदन समारोह गलत परंपराओं को अपने समूह के सदस्यों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए प्रचलित करने जैसा प्रयास है । देखना होगा प्रमुख सचिव आदिवासी विकास होटल सूर्या मे निकले चौदहवीं के चांद में की समीक्षा करते हैं या नहीं...? अन्यथा शहडोल आदिवासी क्षेत्र का आदिवासी मुख्यालय तो है ही। ऐसे कार्यक्रमों से ना तो विधायक मतलब रखते हैं ना ही सांसद।









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