फिर आया 5 अगस्त
जिस प्रकार 15 अगस्त का उल्लास पूर्ण महत्व है उसी तरह 5 अगस्त का एक रहस्य पूर्ण महत्व भी है वह क्या सनसनीखेज निर्णय लेकर आता है कुछ कहा नहीं जा सकता....? वह बहुसंख्यक समाज के लिए राम मंदिर के 5 लोगों के शिलान्यास कार्यक्रम की तरह उल्लास भरा होगा या फिर संसद में अध्यादेश कृषि विधायक की तरह है डरावना और भयानक होगा यह 6 तारीख की सुबह अथवा 5 तारीख की रात के 8:00 बजे तक शायद क्लियर हो जाए बहरहाल इस सस्पेंस संजो कर रखें सुखद अथवा दुखद समाचार के उल्कापात के लिए तैयार रहना चाहिए..
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें