बुधवार, 12 मई 2021

मौत के तांडव, चिकित्सा तस्करी के बीच मुख्यमंत्री बनें आशाकिरन

मेडिकल कॉलेज में मौत के तांडव व प्राण रक्षक इंजेक्शन तस्करी के बीच मुख्यमंत्री के दौरे से जन आकांक्षा एकमत हुई


 भाजपा व कांग्रेस ने एक सुर में कहा मुख्यमंत्री जी व्यवस्था को सुधारिये; राहत दीजिए

 महामहिम राष्ट्रपति के संरक्षण वाले विशेष आदिवासी प्रक्षेत्र भारत के संविधान की पांचवी अनुसूची में शामिल आदिवासी क्षेत्र के शहडोल मेडिकल  कॉलेज में विश्व स्तरीय घटनाओं, सर्वप्रथम ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के बाद मेडिकल कॉलेज के अंदर प्राण रक्षक इंजेक्शन की तस्करी से चर्चित होने के


बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दौरे से आम नागरिकों की दर्द जैसे छलक पड़ा हो। स्थानीय प्रमुख राजनीतिक दलों में एक जैसी बातें उठने लगी हैं।
  

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आजाद बहादुर


सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शहडोल आगमन का समाचार सुनकर यह विश्वास व्यक्त किया है कि निश्चित ही मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट और जिला अस्पताल में सिटी स्कैन सेंटर का फीता काटने के लिए आ रहे हैं और लगे हाथ ही वे कुछ घोषणाएं करेंगे, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने भी यह सुझाव आपके सामने रखा था कि एक एल एम ओ( लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन ट्रांसपोर्टिंग टैंकर) शहडोल मेडिकल कॉलेज को  इसकी भी पूर्ति  कराया जा रहा है।

तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नेता कैलाश तिवारी बेहतर चिकित्सा की आशा की गुहार लगाएं है


श्री कैलाश तिवारी ने मध्यप्रदेश के  मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत करते हुए कहा है कि आशा है कि उनके आने से  शहडोल जो कि नेतृत्व विहीन सा है जिले वासियों को एक आशा जागृत हुई है की जिले का कायाकल्प होगा ।मुख्यमंत्री जी ने जिले को हर चीज दी है संभाग मेडिकल कॉलेज इंजीनियर कॉलेज आदि सैकड़ों उदाहरण है। लेकिन आदिवासी बहुल क्षेत्र का नेतृत्व कर्ता ना होने के कारण आम जनता असहाय पा रही है। छोटी-छोटी बातों के निराकरण के लिए उसको भटकना पड़ रहा है। भाजपा नेता ने भी कहा , करोना महामारी के कारण अनेक समस्याएं इस काल में सामने आई है जैसे मेडिकल कॉलेज तथा जिले के समस्त चिकित्सालयों में डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त कमी ।ऐसे में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में यह तय किया जाना चाहिए कि जितने भी रिक्त पद हैं उसे तत्काल एक सप्ताह में भरा जाए तथा चिकित्सा केंद्रों को साधन संपन्न किया जाए। उन्होंने कहा तमाम प्रकार के विश्व स्तरीय उद्योगपतियों के अपने संसाधन यहां उपलब्ध होने के बावजूद  इच्छाशक्ति के आभव होने से कार्य करने में  पर्याप्त सफलता नहीं मिल पाती है। भारतीय जनता पार्टी के नेता ने मांग की है कि शहडोल संभाग मुख्यालय के उन प्राइवेट हॉस्पिटलों को करोना रोगियों का इलाज करने की अनुमति नहीं दी जाए जिनके पास सुविधा नहीं है नहीं जिनके पास एमडी डॉक्टर ना ही मान्यता प्राप्त पैथोलॉजी ऑक्सीजन की उपलब्धता ना हो। देखा जा रहा है कि शहडोल के निजी चिकित्सालय लूटमार का अड्डा बन गए हैं ।बिल में मनमानी वसूली की जा रही है 5 दिन का ऑक्सीजन सुविधा का ₹18000 निजी चिकित्सालय के द्वारा लिया गया ।इसी प्रकार अनेक मदों में मनमानी बिलिंग कर महामारी काल का फायदा लिया जा रहा है विगत दिवस रेमदेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामला पुलिस द्वारा पकड़ा गया है जो की बधाई के पात्र है ।लेकिन इससे स्पष्ट हुआ कि यह रैकेट पता नहीं कब से चल रहा था और उसमें कौन-कौन शामिल थे इसकी सीआईडी जांच होना चाहिए ताकि कोई भी अपराधी बच ना पाए । क्योंकि  इसमें एक  प्राइवेट चिकित्सालय का  मैनेजर का नाम भी सामने आ रहा। इसी प्रकार मेडिकल उपकरण के मनमानी रेट लिए जा रहे हैं जो ऑक्सीमीटर ₹700 में मिलता था अब ₹2000 तक बेचा जा रहा है कोई नियंत्रण नहीं है ।एंबुलेंस के लिए भी विगत दिनों किराया दरें निर्धारित की गई है लेकिन इन दरो का पालन कठोरता से किया जाए ।इसके लिए भी जिला स्तर में टीम बनाई जाना चाहिए तभी इस पर नियंत्रण हो सकेगा अन्यथा दरें निर्धारित करने से कुछ नहीं होगा यह विगत का अनुभव बताता है।

आम नागरिकों के दर्द के साथ भाजपा नेता के के सुर में सुर मिलाते हुएजिला कांग्रेस अध्यक्ष आजाद बहादुर  ने भी मुख्यमंत्री के आगमन का स्वागत करते हुए कहा कि जिले के अंदर दो चीजें मुख्यमंत्री जरूर देख लें, एक तो खुले आसमान के नीचे किसान के पसीने की हो रही बर्बादी (बरसात में भीग रहा अनाज ) और दूसरा आयुष्मान कार्ड के नाम पर गरीबों को इलाज के लिए दिखाया जा रहा ठेंगा । 

   उन्होंने अपनी विज्ञप्ति में कहा  है कि इस जिले में तीन महीने का राशन नि:शुल्क गरीबों को नहीं मिल रहा ।  कोटेदारों से तीन महीने का अनाज उन्हें नहीं मिल रहा है ?

    श्री आजाद ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन के बिना जब लोगों की मौत हुई थी मुख्यमंत्री जी तब विश्वास था कि आप जरूर आएंगे लेकिन तब आपके पास उपलब्धियों का टोटा था इसलिए आपने वक्त लिया आज आपके पास बताने के लिए सिटी स्कैन सेंटर और ऑक्सीजन का प्लांट है ।

 श्री सिंह ने कहा कि यहां  डॉक्टर  भी इंसान हैं इनको भी विश्राम चाहिए, भोजन चाहिए ,मानसिक शांति चाहिए, दिन रात की ड्यूटी कब तक निभाएंगे ? पैरामेडिकल मेडिकल की भी यही स्थिति है स्टाफ का बहुत अभाव है । दूसरी तरफ बीमारी ने ग्रामीण क्षेत्रों तक पैर पसार लिए है , काफी लोग अपनी जान से हाथ धो रहे हैं।

उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी आसपास के किसी भी ग्राम का भ्रमण कर आप स्वयं पूछताछ कर ले वहां डॉक्टर नहीं है, बिस्तर नहीं है, ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं है,  ग्रामीण क्षेत्र का स्वास्थ्य भगवान भरोसे चल रहा है ।  आज की तारीख तक लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हैं परिवहन महंगा हो रहा है ऐसी स्थिति में हालात बद से बदतर की ओर बढ़ रहे हैं दूसरी तरफ लॉकडाउन, कर्फ्यू, और धारा 144 आदि शब्दों के मायाजाल में छोटे-मोटे व्यापारी प्राण त्यागने के कगार पर पहुंच गए बेरोजगारी ग्राफ तेजी से बढ रहा है,  महामारी से जान बचेगी तो महंगाई के शिकंजे में जान चली जाएगी । ऐसे कमजोर वर्गों के लिए राहत पैकेज देगे तो आपका आना सार्थक होगा

   

 श्री आजाद ने कहा कि  मुख्यमंत्री जी दमोह उपचुनाव के बाद से आज की तारीख तक लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हैं परिवहन महंगा हो रहा है ऐसी स्थिति में हालात बद से बदतर की ओर बढ़ रहे हैं दूसरी तरफ लॉकडाउन, कर्फ्यू, और धारा 144 आदि शब्दों के मायाजाल में छोटे-मोटे व्यापारी प्राण त्यागने के कगार पर पहुंच गए बेरोजगारी ग्राफ तेजी से बढ रहा है । महामारी से जान बचेगी तो महंगाई के शिकंजे में जान चली जाएगी ।

     मुख्यमंत्री जी ऐसे कमजोर वर्गों के लिए राहत पैकेज दीजिए आपका आना सार्थक होगा, वरना इस जिले में मौत तांडव कर रही है सब की आशाएं ,अपेक्षाएं,आप से लगी हुई है । 





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