सोमवार, 28 सितंबर 2020

आख़िर उमा दीदी घबराई हुई क्यों लग रही हैं... (त्रिलोकीनाथ)

30 अप्रैल  की तैयारी .....

आख़िर उमा दीदी घबराई हुई क्यों लग रही हैं... 


तो क्या वयोवृद्ध आडवाणी और जोशी भी जाएंगे जेल.....?

(त्रिलोकीनाथ)

तो क्या निर्मल मन की सन्यासिनी पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश उमा भारती "हिंदुत्व ब्रांड" के प्रबंधन की शिकार हो रही हैं या उन्हें भय सता रहा है कि उनके साथ कुछ अच्छा नहीं होने वाला है ... ?

उनके ट्वीट्स मोदी सरकार की प्रवक्ता की तरह काम कर रहे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जी न्यूज़ नेटवर्क के हवाले से जो खबरें छनकर आ रही हैं वे भाजपा की आंतरिक बदली भी राजनीति को सांकेतिक धार दे रही है। अगर उमा जी का आसन्का सही है, हो सकता है उनके अपने सूत्र हों, तो क्या मुरली मनोहर, जोशी लालकृष्ण आडवाणी भी उमा भारती की तरह हिंदुत्व के लिए बलिदान करने को तैयार हैं .....?  

जैसा कि उमा ने कहा है कि "वे जमानत नहीं लेंगी "उनकी भाषा बहुत साफ-सुथरी और उनके निर्मलमन की स्पष्ट वादिता को बताती है कि वे कोई नेता नहीं है, बल्कि   सहज सरल सनातन धर्म की एक आम नागरिक है.... और उन्हें पूरी पिक्चर अब साफ -साफ दिखाई दे रही है...।

 तो क्या उमा भारती घबराई हुई हैं... आइए समझे मोदी सरकार के प्रायः अघोषित प्रवक्ता इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की भाषा में...... हो सकता है कॉर्पोरेट जगत के कृषिबिल की आवाज दबाने के लिए कंगना राणावत, सुशांत राजपूत ,रिया चक्रवर्ती, दीपिका पादुकोण का प्रोपेगेंडा प्रचार तंत्र  फेल हो रहा हो... और उनके डिजिटल डेटाबेस यही बता रहे हो  जिसे समझ कर  डिजिटल मीडिया ने  प्रायोजित तरीके से  अब उमा भारती को  जेल  भेजने  और  जेल में जमानत न लेने की चर्चा को, उग्र हो रहे के आंदोलन की खबर को  दबाने के लिए प्रायोजित किया गया हो .....और यदि इससे भी किसान आंदोलन  की खबरें बढ़ती ही चली और भी कोई बड़ा प्रयोग भारत मेंंंं देखने को मिल सकता है ......

तो हर खबर के लिए सतर्क और सजग रहिए आखिर 70% कृषि कारोबार में  कॉर्पोरेट  जगत को  उपहार देने का मामला है ... अन्यथा उमाा भारती यह क्यों कहती  

"मैं तो बीजेपी की रिजर्व फोर्स हूं. जरूरत पड़ने पर हमेशा काम आऊंगी."

तो देखें प्रवक्ता मीडिया ने क्या बोला.....

Corona Positive: देश की पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता उमा भारती कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद आज एम्स अस्पताल में भर्ती हो गई हैं. उमा भारती ने ट्वीट कर अस्पताल में भर्ती होने के तीन कारण बताए हैं. उन्होंंने बताया कि उनको रात में बुखार बढ़ गया था.

 उमा भारती ने अपनी ट्वीट में लिखा, "मैं एम्स ऋषिकेश में भर्ती हो गई हूं.

 इसके तीन कारण है.

 पहला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन बहुत चिंता कर रहे हैं, 


दूसरा कारण है कि मुझे रात में बुखार बहुत बढ़ गया था 

और तीसरा कारण है कि मेरी एम्स में जांच-पड़ताल होने के बाद यदि मुझे सकारात्मक रिपोर्ट मिली तो मैं परसों लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में पेश होना चाहती हूं." 

इस दिशा पर उमा जी की आज नई खबर आई....

 नई दिल्लीः अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है कई पिलर्स भी खड़े हो चुके हैं. हालांकि बाबरी विध्वंस मामले (Babri Demolition Case) में फैसला आना अभी बाकी है. बाबरी विध्वंस मामले (Babari Demolition Case) में सुनवाई कर रही सीबीआई की एक विशेष अदालत 30 सितंबर को अपना फैसला सुनाएगी. सीबीआई के विशेष जज एस के यादव ने सभी आरोपियों को फैसले के दिन अदालत में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं.


मामले के 32 आरोपियों में पूर्व उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, विनय कटियार और उमा भारती मुख्य रूप से शामिल हैं. लेकिन इससे पहले ही उमा भारती कोरोना से संक्रमित हो गई हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस बीच उमा भारती ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन जमानत नहीं लेंगी.


उमा भारती ने नड्डा को लिखे पत्र में कहा, '30 सितंबर को लखनऊ की सीबीआई की विशेष अदालत में फैसला सुनने के लिए मुझे पेश होना है. मैं कानून को वेद, अदालत को मंदिर एवं जज को भगवान का रूप मानती हूं. इसलिए अदालत का हर फैसला मेरे लिए भगवान का आशीर्वाद होगा.'

उमा भारती ने कहा, 'मुझे अयोध्या आंदोलन में भागीदारी पर गर्व है. मैंने तो हमेशा कहा है कि अयोध्या के लिए तो फांसी भी मंजूर है. मैं नहीं जानती फैसला क्या होगा, लेकिन मैं अयोध्या पर जमानत नहीं लूंगी. जमानत लेने से आंदोलन में भागीदारी की गरिमा कलंकित होगी. ऐसे हालातों में आप मुझे नई टीम में रख पाते हैं कि नहीं इसपर विचार कर लीजिए. यह गर्व, आनंद और आश्चर्यपूर्ण विसंगति का विषय है कि जिस अयोध्या मामले में 2017 में CBI ने मुझे साजिशकर्ता होने पर शक जताया, उसी का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने 5 अगस्त 2020 को किया. माननीय अदालत इस पर जो फैसला देगी वह मेरे सिर माथे होगा.


उमा ने आगे लिखा, 'मुझे आप 30 साल से जानते हैं. विचार-निष्ठा और परिश्रम ही मेरी राजनीति के आधार हैं. मैं राम मंदिर के लिए भी लड़ी और राम राज्य के लिए भी लड़ी. मैंने हिंदुत्व को सर्व समावेशी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसलिए दलित, आदिवासी, सभी वर्गों के गरीब और विशेषकर पिछड़ा वर्ग बीजेपी से जुड़ जाए और जुड़े रहे इसमें मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी.'


बीजेपी नेता ने लिखा, 'पार्टी ने मुझे निकाल दिया था तब भी मैंने राष्ट्रवाद और इन वर्गों की चिंता नहीं छोड़ी थी. राम, गंगा, तिरंगा और वंचित वर्ग इनके लिए मेरी जान हाजिर है. राम मंदिर बन गया, लेकिन रामराज्य अभी बाकी है. मेरे सामने बहुत लंबी जिंदगी बाकी है, जो कि मैं अब राम राज्य के लिए लगाऊंगी.'


आखिर में उन्होंने लिखा, 'इसलिए मैं आपके विवेक पर छोड़ती हूं कि आप मुझे पदाधिकारियों की टीम में रख पाते हैं कि नहीं. मेरे लिए तो भगवान की कृपा और सर्वजन समाज का साथ ही मेरी शक्ति है. आप मेरे बारे में आंखें मूंद के फैसला ले सकते हैं. मैं तो बीजेपी की रिजर्व फोर्स हूं. जरूरत पड़ने पर हमेशा काम आऊंगी.'


तो देखते चलिए पाकिस्तान, चीन, राम मंदिर, कोरोनावायरस ,सुशांत राजपूत, कंगना ,प्रिया, दीपिका और अब सनातन धर्म से आए  सन्यासिनी  राजनीतिक  पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश उमा भारती....




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