सौदे की सरकार है और सौदे की मंत्रिपरिषद:
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रिपरिषद विस्तार के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में रतलाम जिले के सैलाना में संवाददाताओं से कहा, 'मंत्रिपरिषद का गठन भाजपा का अंदरूनी मामला है।
लेकिन यह सौदे की सरकार है और सौदे की मंत्रिपरिषद है।' उन्होंने कहा, '33 मंत्रियों में से 14 मंत्री ऐसे हैं जो वर्तमान में विधायक भी नहीं हैं। यह सौदा नहीं है तो और क्या है?' कमलनाथ ने कहा,'ये :भाजपा नेता: मध्य प्रदेश का अपमान कर रहे हैं। प्रदेश का अपमान पूरे देश भर में हो रहा है। किस प्रकार का खिलवाड़ प्रजातंत्र के साथ हमारे मध्यप्रदेश में हो रहा है? हमें शर्म आ रही है कि मध्य प्रदेश में किस तरह की राजनीति हो रही है।
इससे पहले उन्होंने यहां दिवंगत प्रभु दयाल गहलोत की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री चौहान एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं महाराजा नहीं हूं। मैं मामा नहीं हूं। मैंने कभी चाय नहीं बेची। मैं तो बस कमलनाथ हूँ।' कमलनाथ ने कहा, 'कई लोग कहते हैं कि मैं टाइगर हूं। मैं तो ना टाइगर हूं और ना पेपर टाइगर हूं। अब यह तो प्रदेश की जनता तय करेगी, कौन क्या है?' उन्होंने मुख्यमंत्री पर हमला जारी रखते हुए कहा, 'शिवराज सिंह जी जहाँ भी जाएंगे, वहां कोई न कोई ऐलान, कोई न कोई झूठी घोषणा करेंगे। वो फिर से प्रचार-प्रसार की राजनीति करेंगे। बड़े बड़े ऐलान किए जाएंगे। कहेंगे हम मजदूरों को इतना पैसा दे रहे हैं। लेकिन हम सबने देखा है कि लॉकडाउन के दौरान कैसे प्रवासी मजदूर भटकते रहे। किसी को कुछ पैसा मिला क्या?' कमलनाथ ने कहा, 'आज जनता समझदार है। मध्य प्रदेश की सीधी-सादी जनता इनको हमेशा के लिए घर बैठायेगी।'

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