गोहपारू के बिशनपुरवा में ट्रैक्टरोंके सहायता से हो रहा है भ्रष्टाचार का पोषण.....
(विजय आश्रम गोह पारू की कालम से)
कोरोना के महायुद्ध में श्रमिकों के कल्याण के लिए मनरेगा के तहत शासन द्वारा कई प्रकार के कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं ताकि श्रमिकों को मनोबल ऊंचा रहे और उन्हें पर्याप्त आर्थिक लाभ मिले ।
किंतु पंचायत का माफिया और भ्रष्टाचार में संलग्न सभी लोगों के लिए यह राहत कार्य वरदान बनते जा रहे हैं, जो कार्य श्रम के द्वारा किया जाना है जल्द से जल्द मशीनों के द्वारा करवा करके खानापूर्ति करने में लगे हैं। ताकि मनरेगा के कार्यों से ज्यादा से ज्यादा आर्थिक लाभ का बंटवारा हो सके ।इसी प्रकार का गोहपारू जनपद के बिशनपुरवा गांव में देखने को मिला।
जहां एक लघु तालाब का निर्माण कई ट्रैक्टर
लगाकर तालाब का काम मशीन से कराया जा रहा है। जबकि मनरेगा का यह निर्देश है की शासन के ग्रामीण मजदूरों के द्वारा रोजगार गारंटी का कार्य किया जाए।ग्राम पंचायत विशनपुरवा के सरपंच मित्ता मांझी एवं सचिव सुजीत सिंह द्वारा मनमाने तरीके से मसीन के द्वारा लघु तालाब का निर्माण कार्य कराया जा रहा है । जब स्थानीय ग्राम वासियों ने इस पर आपत्ति जताई तो सरपंच और सचिव ने कहा जाकर जनपद और जिला पंचायत में शिकायत कर दो सब जगह ऐसा ही चल रहा है हम भी कर रहे हैं।
इस प्रकार उन्होंने काम को जायज ठहराया। जिससे प्रतीत होता है कोरोना महायुद्ध में श्रमिकों की लिए खोले गए कार्य ऊपर से लेकर नीचे तक अधिकारियों के भ्रष्टाचार की कमाई का बड़ा जरिया बन गया है ।जनाअपेक्षा है जांच आवश्यक है ताकि जिले में खानापूर्ति ना हो बल्कि श्रमिकों को राहत मिले ।
(विजय आश्रम गोह पारू की कालम से)
कोरोना के महायुद्ध में श्रमिकों के कल्याण के लिए मनरेगा के तहत शासन द्वारा कई प्रकार के कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं ताकि श्रमिकों को मनोबल ऊंचा रहे और उन्हें पर्याप्त आर्थिक लाभ मिले ।
किंतु पंचायत का माफिया और भ्रष्टाचार में संलग्न सभी लोगों के लिए यह राहत कार्य वरदान बनते जा रहे हैं, जो कार्य श्रम के द्वारा किया जाना है जल्द से जल्द मशीनों के द्वारा करवा करके खानापूर्ति करने में लगे हैं। ताकि मनरेगा के कार्यों से ज्यादा से ज्यादा आर्थिक लाभ का बंटवारा हो सके ।इसी प्रकार का गोहपारू जनपद के बिशनपुरवा गांव में देखने को मिला।
जहां एक लघु तालाब का निर्माण कई ट्रैक्टर
लगाकर तालाब का काम मशीन से कराया जा रहा है। जबकि मनरेगा का यह निर्देश है की शासन के ग्रामीण मजदूरों के द्वारा रोजगार गारंटी का कार्य किया जाए।ग्राम पंचायत विशनपुरवा के सरपंच मित्ता मांझी एवं सचिव सुजीत सिंह द्वारा मनमाने तरीके से मसीन के द्वारा लघु तालाब का निर्माण कार्य कराया जा रहा है । जब स्थानीय ग्राम वासियों ने इस पर आपत्ति जताई तो सरपंच और सचिव ने कहा जाकर जनपद और जिला पंचायत में शिकायत कर दो सब जगह ऐसा ही चल रहा है हम भी कर रहे हैं।
इस प्रकार उन्होंने काम को जायज ठहराया। जिससे प्रतीत होता है कोरोना महायुद्ध में श्रमिकों की लिए खोले गए कार्य ऊपर से लेकर नीचे तक अधिकारियों के भ्रष्टाचार की कमाई का बड़ा जरिया बन गया है ।जनाअपेक्षा है जांच आवश्यक है ताकि जिले में खानापूर्ति ना हो बल्कि श्रमिकों को राहत मिले ।
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