मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

एक माह इंतजार बाद मध्यप्रदेश का पहला पंज प्यारा मंत्रिमंडल

महाराज के दो और तीन शिवराज से गठित हुआ मध्यप्रदेश का पहला पंज प्यारा मंत्रिमंडल

साम-दाम-दंड-भेद संपूर्ण युद्ध नीति अपनाने के बाद सफल कूटनीति के जरिए कोरोना के महाभारत युद्ध काल में मध्य प्रदेश सरकार की कमल सरकार से सत्ता छीन कर कमल वाले शिवराज के हाथों में सत्ता दे दी थी। इसे सत्ता का हैट्रिक लगाने वाले शिवराज ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाते हुए एक महीना पूरी सफलता के साथ बिना किसी मंत्रिमंडल के मध्यप्रदेश का कोरोना महायुद्ध अकेले ही लड़ा। परिणाम स्वरूप स्वास्थ्य मंत्रालय भी बीमार हुआ और कई लोगों की जान भी गई ।
    मध्यप्रदेश भारत के दूसरे सबसे बड़े राज्य के रूप में कोरोना महामारी का शिकार हुआ ।अकेले वन मैन शो एक महीना मध्यप्रदेश की सरकार चलाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज अपने मंत्रिमंडल के पंज-प्यारों को शपथ दिलाया। शहडोल संभाग के लिए यह खुशी की बात है कि उन्हें मंत्री के रूप में उमरिया जिले की मीना सिंह वह शपथ भी दिलाया गया। बहुत बधाई।
 जो उनके समन्वय के सर्वोच्च प्राथमिकता में थे, "माफ करो महाराज.... "  के नारे के साथ सत्ता गंवाने के बाद इन्हीं महाराज के साथ सत्ता के सौदा के तहत दो महाराज के अनुयाई और तीन शिवराज के अनुयाई भाजपा के कर्मठ मंत्रिमंडल का शपथ समारोह संपन्न किया गया। अब 6 लोगों की सरकार मध्यप्रदेश में संभवत 3 मई तारीख तक चलेगी।
 इसके बाद सब कुछ ठीक रहा तो पूरा मंत्रिमंडल शपथ लेगा। महाराज और शिवराज को बहुत बधाई।

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