शनिवार, 30 नवंबर 2019

जीडीपी ग्रोथ रेट 4.5 फीसदी नहीं बल्कि 1.5 फीसदी है :सांसद सुब्रमण्यम स्वामी😭😭😭




Jansatta se sabhaar

बीजेपी सांसद ने कहा....🤔
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इकनॉमिक्स नहीं आती।🙁🙁

😢😢😣😭😭😭😭😭😭😭
केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने देश की जीडीपी ग्रोथ रेट गिरने पर चिंता जाहिर की है और कहा है कि असलियत में मौजबदा दौर में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 4.5 फीसदी नहीं बल्कि 1.5 फीसदी है। उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधा है और कहा है कि उन्हें इकनॉमिक्स नहीं आती। स्वामी ने हफिंगटन पोस्ट से सवालिया लहजे में कहा, “क्या आप जानते हैं कि वास्तविक विकास दर आज क्या है? वे भले कह रहे हैं कि यह 4.8% पर आ रहा है लेकिन मैं कह रहा हूँ कि यह 1.5% है।” स्वामी ने ये बातें जीडीपी के हालिया आंकड़े जारी होने से तुरंत पहले कही थी।
बता दें कि शुक्रवार को वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, ‘‘मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर घटकर 4.5 प्रतिशत रह गयी जो कि बीते छह साल में निचले स्तर पर है। लगातार पांचवीं तिमाही में इस तरह की गिरावट दर्ज की गयी है।’’
नोटबंदी के बाद से जीडीपी ग्रोथ रेट गिरती जा रही है। 2016 में नोटबंदी के तुरंत बाद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी आगाह किया था कि इससे जीडीपी में दो प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है और उनकी चेतावनी सही साबित हो रही है।

स्वामी ने कहा कि जब सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स किया तब आपने देखा होगा कि सवालों का जवाब देने के लिए उन्होंने अफसरों को माइक थमा दिया था। बीजेपी सांसद ने कहा, “देश में आज समस्या क्या है? कमजोर मांग। आपूर्ति कोई समस्या नहीं है लेकिन वो क्या कर रही हैं? वो कॉरपोरेट्स को टैक्स छूट दे रही हैं। उनके पास सप्लाई पर्याप्त मात्रा में है। वे सिर्फ अपने कर्ज को माफ करने के लिए इसका इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने यही किया है।” स्वामी ने कहा कि दिक्कत यहां भी है कि पीएम मोदी के सलाहकार उन्हें सच बताने से भी डर रहे हैं।
बीजेपी सांसद ने कहा कि पीएम को इसकी हकीकत नहीं मालूम है क्योंकि उन्हें सबकुछ अच्छा दिखाया और बताया जा रहा है। स्वामी खुद लंबे समय से वित्त मंत्री के पद की चाहत रखते रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी अनदेखी की है। स्वामी ने कहा, “वह नहीं चाहते कि कोई मंत्री उनसे बात करे, सार्वजनिक रूप से उन्हें अकेले चलने दें, यहां तक कि कैबिनेट की बैठकों में भी।” बता दें कि स्वामी मोदी सरकार-1 में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली की भी आलोचना करते रहे हैं।
(दै. जनसत्ता के जारी बुलेटिन  पर आधारित)

इस सबके बावजूद जीडीपी की दर धरातल के गहराई में जाने को तैयार है ,भारत के कुछ घराने उत्साह और उमंग से भरे हुए हैं.. दुनिया के टॉप टेन में आगे बढ़ने को शुमार हैं ..खेल खेल में जिनकी जीडीपी कुछ लोगों की कृपा से भारत की पॉलिसियों को नष्ट भ्रष्ट करके, पब्लिक सेक्टर को बर्बाद करके.... नौवें पायदान पर पहुंच गए हैं ।

तो कौन कहता कि विकास नहीं हुआ..?, भारत की सवा सौ करोड़ जनता दरअसल अज्ञानी है..; विकास हो रहा है..., दुनिया का सबसे रईस आदमी बन कब किस वक्त जोकर की पत्ते की तरह ताश की बाजी जीत लेगा ....कहा नहीं जा सकता,
 यही तो मोदी की राजनीति का जादू है...... इन हालातों में मुझे लोक कलाकार सपना चौधरी का वह गाना याद आता है जिसने भी कहती हैं "इक तू ...इक में.... इक मेरा प्यार..". बाकी आप सर्च करें और आनंद लें...।
 क्योंकि जीडीपी भारत की गिरी है किंतु हमारे देश का एक व्यक्ति दुनिया के टॉप 10 रईसों में शुमार हो रहा है ...तो अब दुखी ना हो, और सपना चौधरी के इस गाने में तलाश करें श्रीलाल शुक्ल के "राग दरबारियों" को...
 गाने के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहां हैं और एकांत में पड़ा भाजपा का सांसद सुब्रमण्यस्वामी कहां है...? इनकी बीच में भारत के वित्त मंत्रालय की प्रतीक निर्मला सीतारमण कहां है...?
 दर्शक दीर्घा में बैठे हुए हमारे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री रिमोट कंट्रोल लेकर किस प्रकार की जीटीपी को नियंत्रित कर रहे हैं.... और भाजपा की  रामराज्य की कल्पनाकार "मार्गदर्शक मंडल" के लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी लगे हाथ आर एस एस के लोगों को भी नहीं किनारे करना चाहिए...... वे सभी कहां हैं..? और पागल जनता तो हल्ला मचाने के लिए प्रतिपल तैयार है ही "मोदी-मोदी" का "सपना" जैसे एकाकार हो रहा है...
 सपना चौधरी के प्रत्येक हाव भाव सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के स्तर के हैं वह हरियाणा की अमिताभ बच्चन दिखती है... यही तो हमारा जीडीपी का ग्रोथ है....
 कोई कहता है 4:30 पर्सेंट तो सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं नहीं 1:30 पर्सेंट....? कहो।

 आनंद लीजिए तलाश करिए यूट्यूब में इक मै,इक तू, इक मेरा प्यार.....
क्योंकि जब देश में विकास का नया मॉडल विकसित हो ही रहा है तो सबको सिर्फ आनंद और आनंद में डूबे रहना चाहिए..... गोते लगाते रहना चाहिए। जब तक की भारत की जीडीपी माइनस 5 ग्रोथ लेवल तक ना पहुंच जाए..।
 जैसे कि भारत का रुपया पूरे उमंग के साथ $1 बराबर शतक मारने को बेकरार है...
 आप भी एकाकार हो जाएं...
 इक मैं.., इक तू..., इक मेरा प्यार....?







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