शा. महाविद्यालय पुष्पराजगढ में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी
आधा हिंदुस्तान
पुष्पराजगढ़ के दिये पानी
पर जीवित है- कमिश्नर
पर्यावरण और परिस्थिति को लगातार विनाश
.........( त्रिलोकी नाथ)..........
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा ने कहा है कि पुष्पराजगढ़ पर ईश्वर की अनूठी कृपा है। पुष्पराजगढ़ पिछड़ा इलाका नहीं है, क्योंकि पुष्पराजगढ़ को ईश्वर की ऐसी अनूठी कृपा मिली है नर्मदा, सोन और
दर्जन भर नदियां जहां से निकलती है। आधा हिंदुस्तान पुष्पराजगढ़ के दिए हुए पानी से जीवित है। पाटलिपुत्र जैसे महानतम साम्राज्य अगर पुष्पराजगढ़ से बहने वाली सोन नदी नहीं होती तो पाटलिपुत्र का साम्राज्य भी नहीं होता। कमिश्नर ने कहा कि जब आप महान योद्धाओं के वंशज हैं, तो आप किसी से प्रतिभा और साहस में कम नहीं हो सकते हैं।
कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव र्श्मा ने कहा है कि भारत का भविष्य विद्यार्थियों के हाथ में सुरक्षित है। विद्यार्थी सतत प्रयास और कठोर परिश्रम कर किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते है। उन्होंने कहा कि अगर विद्यार्थी लगन, कठोर परिश्रम करता है तो वह कलेक्टर, कमिश्नर, डॉक्टर्स, इंजीनियर, उद्योगपति आदि बन सकते हे। उन्होंने कहा कि देश अधिकारियों और नेताओं के चलाने से नही चलता, देश को उन्नति एवं प्रगति की राह पर ले जाने के लिये अच्छे किसान, अच्छे इंजीनियर, डॉक्टर्स और बिजनेस मैन चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को ऊचा आत्मविश्वास रखकर अपने लक्ष्य की ओर बढना चाहिए। कमिश्नर राजीव शर्मा बुधवार को शासकीय स्नातक पुष्परागढ में आयेाजित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थें। कमिश्नर ने कहा कि भारत की सभी संताने महान योद्धाओं के वंशज है, जनजातिय होने का अर्थ पिछड़ा होना नही है, किसी से कम होना नही है, दुनिया के इतिहास को अगर ध्यान से पढे़ तो जानेंगे की पूरी दुनिया के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाले साम्राज्य में हमारा गोंडवाना साम्राज्य प्रमुख था। उन्होंने कहा कि महाराजा शंकरशाह और रघुनाथ शाह का बलिदान सभी भारतीय का सिर ऊंचा करने की गाथा है। उन्होंने कहा कि आपको गर्व होना चाहिए कि आप उन महान योद्धाओं के वंशज है।
कमिश्नर ने कहा कि यहां जो अनोखी जैव विविधता है और जो पारंपरिक ज्ञान हैं इसको संयोजने एवं संवारने की जरूरत है, जनजातियों के पारंपरिक ज्ञान का लाभ उठाने की जरूरत है, इसको समझने की जरूरत है, इसका सम्मान करने की जरूरत है। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन दिनेश चंद्र सागर ने कहा कि युवाओं को नशे की लत से दूर रहना चाहिए। सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रहना चाहिए उन्होंने कहा कि युवा वाहन जाते समय यातायात नियमों का पालन करें। कम उम्र के बच्चे को वाहन चलाने के लिए हतोत्साहित करें। बच्चों को वाहन किसी भी स्थिति में नहीं दें। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय हेल्मेट का उपयोग भी करें। इस अवसर पर विधायक फुंदेलाल मार्को, एसडीएम विवेक केव्ही, डॉ. परमानंद तिवारी, प्राचार्य डीपी सारमे, वरिष्ठ प्राध्यापक अमृतलाल झारिया प्राध्यापक श्रीमती आर.के. मरावी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
शहडोल और इसके आसपास के पर्यावरण और परिस्थिति को लगातार विनाश कर रहे तथाकथित खनिज उद्योगों और गैस कंपनियों तथा अवैध माफिया करतूतों के बीच में कमिश्नर शहडोल राजीव शर्मा ने बड़ी बात कही है जिससे यह स्पष्ट होता है शहडोल क्षेत्र अपने आप में आधे भारत के जीवन का आधार है| किंतु इसके संरक्षण के लिए कोई बुनियादी ढांचा दिखाई नहीं देता है| माफिया गिरी की मनमानी लूटपाट आम बात हो चली है, ना नदियों, का ना तालाबों का, जंगल का कोई रोड मैप क्षेत्र के लोगों के सामने नहीं रखा गया है|
बल्कि रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी सीबीएम गैस निकालने वाले विश्व स्तरीय उद्योग संस्थानों का गैर कानूनी तरीके से गैस उत्पादन जारी है क्योंकि खनिज विभाग शहडोल का अधिकारी प्रमोद शर्मा इस जवाबदेही पर आंख मूंद लेता है की रिलायंस सीबीएम कंपनी ने बिना कानूनी अनुबंध के कैसे शहडोल से गैस का उत्पादन कर निर्यात कर रही है...? और जब यह हाल एक बड़ी कंपनी के साथ है तो छोटे-मोटे माफिया तो भ्रष्ट अधिकारियों के लिए वरदान बने ही हुए होंगे..., इसमें शक नहीं करना चाहिए|
ऐसे में इन पर प्रश्न उठाने वालों के लिए अधिकारीगण कुछ इस अंदाज पर काम करते हैं कि माफिया चलता रहता है कुत्ते भोंकते रहते हैं| किंतु जिस प्रकार से उत्तरांचल का जोशीमठ एक भ्रष्ट सिस्टम की भेंट चढ़ गया है और विनाश की कगार पर है उसी तरह अमरकंटक और पुष्पराजगढ़ का पूरा क्षेत्र क्या उसी दिशा में अग्रसर तो नहीं है...? यह इतनी जल्दी दिखेगा तो नहीं लेकिन दिशा वही है, ऐसा भी समझना चाहिए| बहरहाल राजीव शर्मा ने जिस प्रकार से पूरे भारत का ध्यान शहडोल की तरफ खींचा है वह निश्चय ही प्रशंसनीय है|
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