गंदा है तो क्या हुआ....
धंधा तो है।
अखबारी समाचार को समझें तो कश्मीर फाइल फिल्म में फिल्म निर्माता एंड कंपनी को हमारे प्रधानमंत्री की तरफ से जो प्रशंसा मिली है उससे उन्होंने रिकॉर्ड तोड़ करीब 2 अरब रुपए से ज्यादा का धंधा किया। कश्मीर फाइल हमने भी नहीं देखी क्योंकि फिल्म देखने में पैसा लगता है।
किंतु अब जब कश्मीर फाइल के चलते अथवा कश्मीर की समस्या के चलते जो दूरदर्शिता हीन राजनीति का निर्माण किया गया उससे अब 4000 कथित कश्मीरी पंडित सरकार ने केंद्र सरकार से बहुत नाराज हैं। क्योंकि उन्हें गारंटी तो दी गई थी कश्मीर में पुनर्वास की लेकिन सुरक्षा नहीं मिलने से चुन-चुन कर टारगेट करके हत्याएं की जा रही हैं इसलिए कश्मीरी पंडितों ने चेतावनी दी थी कि अगर 24 घंटे के अंदर व्यवस्था नहीं सुधरी तो वह सामूहिक रूप से कश्मीर से पलायन कर जाएंगे और इससे भयभीत वहां की सरकार ने उन्हें ट्रांजिट कैंप में ही कैद कर दिया है या सुरक्षा दे दी है ताकि वह निकल कर के पलायन न कर सकें।
अब कई अरब रुपए कमाने के लिए कश्मीर फाइल पार्ट 2 का भी निर्माण कर देना चाहिए ।यह शासन के लिए बड़ी चुनौती भी है और देश की एकता अखंडता में मील का पत्थर भी बहरहाल इन हालातों में अपन कह सकते हैं (फोटो न्यूज़ साभार जनसत्ता)
धंधा ,धंधा है ;
गंदा है तो क्या हुआ,
धंधा तो है।
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