सतर्क रहें,
ओमिक्रोन आ रहा है.....
मेडिकल बुलेटिन में सतर्क किया गया है कि जो गति ब्रिटेन में ओमिक्रान कोरोनावायरस की संख्या बढ़ रही है उस हिसाब से भारत में 12 से 13 लाख प्रतिदिन संक्रमण दर आ सकती है। तो सतर्क रहें ओमिक्रान आ रहा है
गूगल पर प्रसारित एक समाचार के अनुसार ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया भर में बहुत तेज गति से फैल रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ये वैरिएंट अब तक 77 देशों में फैल चुका है और किसी भी अन्य स्ट्रेन की तुलना में कोरोना के इस वैरिएंट की रफ्तार ज्यादा है. ब्रिटेन में गुरुवार को कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 88376 केस मिले हैं, वहीं अमेरिका में 36 राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं. भारत में भी हर दिन इसके केस (omicron cases in india) बढ़ते जा रहे हैं. दिल्ली में ओमिक्रॉन के आज 10 मरीज मिलने के साथ ही ये आंकड़ा 97 तक पहुंच गया है. ओमिक्रॉन की तेज रफ्तार को देखते हुए इसके लक्षणों को जानना बेहद जरूरी हो गया है ताकि समय रहते संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
ओमिक्रॉन का सबसे आम लक्षण (Omicron symptoms) - दुनिया भर के वैज्ञानिक ओमिक्रॉन के व्यवहार को समझने में लगे हैं. अब तक डेटा से पता चलता है कि कोरोना वायरस का ये वैरिएंट अब तक के पिछले वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक लेकिन कम गंभीर है. कोरोना के अब तक के लक्षणों की तुलना में इसके लक्षण भी हल्के हैं. हालांकि, ओमिक्रॉन के अब तक जितने भी मरीज मिले हैं उनमें एक लक्षण (omicron symptoms) आम है और वो है गले में खराश.
ब्रिटिश हेल्थ एक्सपर्ट ने भी डॉक्टर नोच के साथ सहमति जताई है. सर जॉन बेल ने बीबीसी रेडियो कार्यक्रम में कहा कि शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि ओमिक्रॉन पिछले कोरोना वायरस की तुलना में बहुत अलग व्यवहार कर रहा है. उन्होंने कहा, 'इस विशेष वायरस के लक्षण पिछले वेरिएंट से अलग हैं. बंद नाक, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द और दस्त ऐसे लक्षण हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए.'
'भारत में तेजी से फैलेगा ओमिक्रॉन संक्रमण'
साउथ अफ्रीकन DSI-NRF सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन एपिडेमायोलॉजिकल मॉडलिंग एंड एनालिसिस (SACEMA) की डायरेक्टर जूलियत पुलियम ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के भारत में तेजी से फैलने का दावा किया है. एक इंटरव्यू में पुलियम ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भारत में हॉस्पिटल प्लानिंग से जुड़े मामलों के लिए तैयार रहना समझदारी भरा कदम होगा.
एक्सपर्ट ने कहा, 'ओमिक्रॉन इंफेक्शन से होने वाली गंभीरता के बारे में अभी हम बहुत ज्यादा नहीं जानते हैं. मुझे लगता है कि वैक्सीनेटेड और पहले संक्रमित हो चुके लोगों में इसके हल्के लक्षण देखे जा सकते हैं. हालांकि, खराब इम्यूनिटी वालों पर इसका असर पिछले वैरिएंट्स जैसा ही हो सकता है. इसलिए हॉस्पिटल प्लानिंग के मामले में हमें बदतर हालात से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
तो सबसे सस्ता सबसे सुंदर और सबसे टिकाऊ बड़ा उपाय है कि आप स्वयं को कोरोना संक्रमण के इर्द-गिर्द हमेशा महसूस करें और उससे सतर्क रहें। सामान्य रूप से मास्क लगाना नियमित दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए, हाथ धोना और बेहतर हो, सामाजिक दूरी बना कर रखना।
यही जीवन ही स्टाइल प्राचीन भारत में लगभग छुआछूत का हिस्सा माना जाता था तो मान के चलिए नए रूप में छुआछूत को मान लीजिए जो आपको कम से कम इस बीमारी से तो प्राथमिक तौर पर जरूर बचाएगी। फिर भी कुछ होता है तो दवाइयां है। निश्चिंत रहिए, खुश हो कर रहिये है। सबका सहयोग करिए, बीमारी भाग जाएगी।
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